आमतौर पर खांसी होने का मतलब है कि हमारा श्वासन तंत्र ठीक से काम नहीं कर रहा है. साथ ही खांसी गले में कुछ तकलीफ होने की और भी इशारा करता है. हालांकि यह साबित हो चुका है कि तीन हफ्ते से ज्यादा खांसी होने पर टीबी की जांच करवा लेनी चाहिए. क्योंकि लापरवाही बरतने से खांसी बढ़कर टीबी का रूप ले सकती है.
खांसी होने पर पानी पीना चाहिए या फिर पीठ को सहलाने से आराम मिलता है. खाना खाते या बोलते समय खांसी आए तो खाने को धीरे-धीरे छोटी-छोटी बाइट में खाना चाहिए. खांसी होने पर खांसी को रोकने के लिए आमतौर पर मूंगफली,चटपटी व खट्टी चीजें, ठंडा पानी, दही, अचार, खट्टे फल, केला, कोल्ड ड्रिंक, इमली, तली-भुनी चीजों को खाने से मना किया जाता है.
उपाय:
- सूखी खांसी होने पर अमृर्ताण्व रस सुबह-शाम पानी से लेनी चाहिए.
- सितोपलादि चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से खांसी में आराम मिलता है.
- तालिसादि चूर्ण दिन भर में दो-तीन बार लेने से खांसी में कमी आती है.