मलप्पुरम: केरल में गर्भवती हथिनी की कष्टदायक हत्या के दो माह बाद ऐसा ही एक और घिनौना केस सामने आया है. दरअसल, मलप्पुरम में 1 गर्भवती जंगली भैंस का शिकार कर लिया गया है. इस केस में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनके विरुद्ध वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन ऐक्ट के भीतर केस दर्ज का लिया गया है.
वन अफसरों को एक आरोपी के घर पर दस अगस्त की रात्रि को छापेमारी के दौरान भैंस का मीट प्राप्त हुआ था. हालांकि पड़ताल में यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने निलंबुर साउथ फॉरस्ट डिविजन की कलिकवु रेंज के अंडर पंचा वन में भैंसी का शिकार किया था. वन अफसरों ने आरोपियों के आवास से पच्चीस किलो मीट बरामद किया है. आशंका जताई जा रही है कि मीट की कुल मात्रा दो सौ किलो रही होगी. इसके अलावा आरोपियों ने भैंस के कंकाल और दूसरे भागों को जंगल में ही छोड़ दिया था. अब वन अफसर इस बात की पड़ताल करेंगे कि इन 5 आरोपियों ने ही गर्भवती भैंसी का शिकार किया था या नहीं. बुधवार के दिन इन आरोपियों को अदालत में पेश किया गया.
अफसरों को 1 आरोपी के पास से शिकार के लिए उपयोग की जाने वाली देसी बंदूक और अन्य हथियार भी बरामद किए है. अभी इन सबको कब्जे में ले लिया गया है. वहीं आरोपियों पर अवैध शिकार और व्यापार के लिए वन्य जीवन संरक्षण अधिनियम 1972 की अलग धाराओं के भीतर केस दर्ज कर लिया गया है. मालूम हो की इससे पहले जून माह में केरल के पलक्कड़ डिस्ट्रिक्ट में पंद्रह वर्ष की गर्भवती हथिनी की मृत्यु से देशभर में आक्रोश देखने को मिला था. हथिनी ने साइलेंट वैली फॉरेस्ट एरिया में एक अनानास खिला दिया था जिसमें पटाखा रखा था.
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