ब्रिटेन से एक चौंकाने वाली घटना सामने आ रही है यहाँ एडमिन वर्कर के रूप में काम कर रही महिला ने अपनी फीमेल बॉस को बताया कि वह गर्भवती हैं, यह बात सुनते ही कंपनी ने उन्हें तत्काल नौकरी से निकाल दिया। महिला को इंप्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल की तरफ से इस मामले में 15 लाख रुपए का मुआवजा प्राप्त हुआ है।
34 वर्षीय चार्लोट लीच ब्रिटेन के एसेक्स में उपस्थित सिक्योरिटी सिस्टम सप्लायर कंपनी CIS Services में 2021 मई से 20 लाख रुपए के सालाना पैकेज पर कार्यरत थीं। मगर, इस कंपनी ने उनके गर्भवती होने के बाद जबरन नौकरी से निकाल दिया। चार्लोट ने अपनी प्रेग्नेंसी की खबर कंपनी के हेड ऑफ कंप्लाइंस निकोला काल्डर को दी थी। चार्लोट ने निकोला से कहा कि उन्हें पूर्व में कई बार मिसकैरिज हो चुके हैं, ऐसे में वह अपने अजन्मे बच्चे को लेकर बहुत परेशान हैं। चार्लोट की बातों को सुनकर निकोला ने कोई आश्वासन नहीं दिया। दावा है कि निकोला ने चार्लोट से बोला कि वह मैटरनिटी लीव लेने के लिए अर्हता नहीं रखती हैं। तत्पश्चात, चार्लोट को नौकरी से निकाल दिया गया। चार्लोट ने कहा- जॉब ना होने के दबाव में ही उन्हें अपना बच्चा गंवाना पड़ा। चार्लोट का आठवीं बार मिसकैरिज हुआ। चार्लोट का अपने पार्टनर से भी 6 वर्ष के रिलेशन के पश्चात् अलगाव हो गया।
वही इस भेदभाव के पश्चात् ही चार्लोट ने इंप्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल में गुहार लगाई तथा कंपनी के खिलाफ केस ठोंक दिया। ट्रिब्यूनल ने कंपनी के बर्ताव को भेदभावूपूर्ण माना, नतीजतन चार्लोट को 15 लाख रुपए का मुआवजा मिल गया। चार्लोट ने ट्रिब्यूनल के फैसले पर कहा कि नौकरी जाने के पश्चात् वह वह बुरी तरह से परेशान हो गई थीं। उनकी पूरी जिंदगी उथल-पुथल हो गई। नौकरी जाने के पश्चात् उन्हें पैनिक अटैक आते थे। इस मामले में काल्डन ने भी ट्रिब्यूनल के समक्ष अपनी सफाई दी, काल्डर ने कहा कि चार्लोट ने कॉन्ट्रैक्ट साइन नहीं किया था इस वजह से वह मैटरनिटी लीव लेने के योग्य नहीं थीं। इसके बाद ही उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए कहा गया था। वहीं, काल्डर ने यह आरोप भी लगाया कि चार्लोट तो पहले से ही नौकरी छोड़ने का मन बना चुकी थीं। इस बात का इशारा उन्होंने एक बैठक के चलते किया था। चार्लोट ने कहा कि जब उनसे नौकरी छोड़ने के लिए कहा गया तो उन्होंने अपनी बॉस काल्डर एवं कंपनी के डायरेक्टर क्रिस क्लार्क को ईमेल भेजा। ईमेल में उन्होंने लिखा कि कंपनी के निर्णय से उन्हें समस्या हुई है एवं वह वित्तीय संकट में आ गई हैं। ऐसा लग रहा है कि वह और उनका बच्चा कंपनी के लायक नहीं है। आगे चार्लोट ने लिखा कि उनका दिल टूट गया है, वह इस बात से बेहद दुखी हैं कि उन्हें कंपनी के HR एवं डायरेक्टर की तरफ से भी कोई सहयोग नहीं प्राप्त हुआ।
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