बॉलीवुड फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री नीना गुप्ता की बेटी मसाबा गुप्ता अब पहली बार मां बनने वाली हैं, और इस खास पल को लेकर उनकी खुशी और उत्साह किसी से छुपी नहीं है। मसाबा अपने गर्भावस्था के दौरान बेहद सावधान हैं और आने वाले बच्चे का विशेष ख्याल रख रही हैं। हाल ही में, उन्होंने एक इंटरव्यू में गर्भावस्था के दौरान प्राप्त असंवेदनशील सलाहों के बारे में खुलकर बात की, जो इस समय की सामाजिक सोच को दर्शाता है।
मसाबा ने साझा किया कि गर्भावस्था के दौरान उन्हें कई लोगों ने बच्चे के स्किन टोन को लेकर अजीब सलाह दी है। एक सलाहकार ने उन्हें कहा कि बच्चे का रंग हल्का करने के लिए रोज एक रसगुल्ला खाना चाहिए, जबकि दूसरी व्यक्ति ने कहा कि वे दूध न पीयें क्योंकि इससे बच्चे का रंग सांवला हो सकता है। मसाबा ने कहा, "इन टिप्पणियों से यह साफ होता है कि गर्भवती महिलाओं को किस तरह की असंवेदनशीलता का सामना करना पड़ता है।" मसाबा ने एक व्यक्तिगत अनुभव साझा किया जिसमें किसी ने उन्हें सुझाव दिया कि हर दिन एक रसगुल्ला खाना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे का स्किन टोन हल्का होगा। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मसाज करने वाली ने 15 दिन पहले उन्हें दूध न पीने की सलाह दी, यह कहते हुए कि इससे बच्चे का रंग सांवला हो सकता है।
मसाबा ने कहा कि यह सुझाव इतनी मासूमियत से दिया गया कि आप उत्तर देने की स्थिति में नहीं रहते। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, "मैं क्या कर सकती हूं? मसाज करने वाली को पंच कर दूं, ऐसा तो नहीं कर सकती।" मसाबा ने इस बात पर भी जोर दिया कि समाज को अपने बच्चों के रंग के बारे में सशक्त रूप से समझाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब लोग किसी को 'काला' कहते हैं, तो यह बहुत अजीब और दुखदायक होता है। मसाबा ने यह भी नोट किया कि कई शिक्षित लोग भी रंगभेदी टिप्पणियां करते हैं, जो देखकर उन्हें दुख होता है। उन्होंने कहा कि 2024 में भी कई सामाजिक सोच और पूर्वाग्रह नहीं बदले हैं, जो गर्भवती महिलाओं के साथ असंवेदनशीलता को दर्शाते हैं।
मसाबा के इस अनुभव ने यह संकेत दिया है कि हमें सामाजिक सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता है और सभी को गर्भवती महिलाओं के प्रति संवेदनशील और समझदारी से पेश आना चाहिए।
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