नई दिल्ली: हाल में देश के 14 वे राष्ट्रपति के रूप में चुने गए रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बनते ही उनकी चर्चा देश सहित दूसरे देशो में भी होने लगी. जिसमे उनकी जाती को लेकर विदेशो में ज्यादा फोकस किया गया. जिसमे बताया गया कि एक दलित जाती के व्यक्ति का राष्ट्रपति बनना एक सम्मान की बात है. वही कुछ विदेशी अखबारों ने रामनाथ कोविंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थित बताया तो किसी ने उन्हें संघ से जुड़े होने पर इस पद के लिए चुना जाना बताया.
बता दे कि बिहार के गवर्नर रह चुके राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते है. वही कोविंद दलित समुदाय से आते है, विदेशी समाचार पत्रों द न्यूयॉर्क टाइम्स, डॉन, द वॉशिंगटन पोस्ट व द गार्डियन जैसे प्रमुख समाचार पत्रों में कोविंद का जिक्र किया गया
अमेरिकन डेली द न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी कहानी में राष्ट्रपति चुनाव को जाति के आधार पर संबोधित किया. इस लेख में दलित को भारत के 14 वें राष्ट्रपति के रूप में चुना जाने के लिए यह "एक रेयर उपलब्धि" बताया. वही कहा गया कि यह कदम "भविष्य के चुनावों में दलित वोट को सुरक्षित करने का एक प्रयास था."
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