नई दिल्ली: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों कल शुक्रवार को भारत पहुंचेंगे जिसको देखते हुए भारत मे उनके स्वागत की तैयारियां तेज़ हो गई हैं. अपनी 4 दिवसीय यात्रा के दौरान वे नरेंद्र मोदी के साथ आर्थिक, राजनीतिक व रणनीतिक मामलों के अलावा न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट पर भी चर्चा करेंगे. मोदी और मैक्रों के बीच 2 साल पहले सौर ऊर्जा के बेहतर इस्तेमाल को लेकर बात हुई थी. इसी कारण कयास लगाए जा रहे हैं कि मैक्रों, जैतपुर न्यूक्लियर पॉवर प्रोजेक्ट के समझौते पर दस्तखत कर सकते हैं.
यह फ्रांस के राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा होगी. इमैनुअल मैक्रों अपने भारत यात्रा के दौरान मिर्जापुर और काशी की यात्रा करेंगे. मोदी और मैक्रों बनारस जाने से पहले मिर्जापुर जाएंगे. जहां वे फ्रांस की कंपनी एनवॉयर सोलर प्राइवेट लिमिटेड और नेडा से दादरकला गांव में 650 करोड़ की लागत से बने 75 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद दोनों 12 मार्च को भारत की पवित्र नगरी काशी की यात्रा करेंगे जहां वे काशी के घाटों की मनोरम छटा के साथ ही नृत्य-संगीत की प्रस्तुतियों का भी आनंद लेंगे.
उनके काशी आगमन को लेकर प्रशासन ने 16 विभागों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय से भी उत्तर प्रदेश प्रशासन को सख्त हिदायत दी गई है कि, मोदी और मैक्रों के आने से पहले सारे घाटों की सफाई करा ली जाए, सड़कों की मरम्मत करा ली जाए और आवारा पशुओं को बीच रस्ते से हटाकर कहीं और पहुंचाया जाए. यूपी प्रशासन अभी इसी व्यवस्था मे जी जान से लगा है. आपको बता दें कि, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी काशी के दर्शन पर आ चुके हैं और वे गंगा आरती मे भी सम्मिलित हुए थे.
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