नई दिल्ली: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इन दिनों वायु प्रदुषण बहुत बढ़ गया है, जिसके चलते दिल्लीवासियों में सांस सम्बन्धी बिमारियों का खतरा मंडराने लगा है. इसी कारण इस दीपावली पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पर्यावरण संगठनों को नुकसान पहुंचाए बिना त्योहारों का जश्न मनाने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सामाजिक संगठनों से आग्रह किया है.
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इंटरनेशनल आर्य महासमेलन 2018 का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश में ये समय शीतकालीन त्योहारों का है, ऐसे समय में, दिल्ली जैसे शहरों में लोगों को प्रदूषण स्तर में वृद्धि के कारण सांस लेने में समस्या का अनुभव होता है. सामाजिक संगठनों को पर्यावरण को प्रभावित किए बिना त्योहारों का जश्न मनाने और शांति और सद्भाव बनाए रखने के बारे में जागरूकता पैदा करनी चाहिए. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु गुणवत्ता में पिछले कुछ हफ्तों में काफी गिरावट देखी गई है.
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दरअसल, दिल्ली के वायुमंडल को सुरक्षित रखने के लिए कई सामाजिक संगठनों ने पहले भी पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए त्यौहार मनाने की अपील की थी, लेकिन दशहरे के दौरान फूंके गए हज़ारों रावण के पुतलों और छोड़े गए पटाखों के कारण दिल्ली में प्रदुषण का स्तर और बढ़ गया है.
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