लखनउ : सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव द्वारा अखिलेश यादव को निष्कासित करने के बाद लोग अखिलेश यादव के समर्थन में सड़को पर आ गए है. वही बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन भी लागु हो सकता है. जिसको लेकर केंद्र जल्दी ही विचार कर सकता है. किन्तु इस बारे में अभी उत्तर प्रदेश के राज्यपाल से मिली जानकारी में यह भी बताया गया है कि स्तिथि इतनी विकट नही है की राष्ट्रपति शासन लागु किया जाये. अखिलेश यादव के समर्थन में पार्टी के कई कार्यकर्ताओ ने इस्तीफा दे दिया है. वही अखिलेश ने समाजवादी पार्टी को अपनी पार्टी बताते हुये कहा है कि उन्हें सपा से लगाव है क्योंकि उन्होंने पार्टी के लिये जी जान लगाकर काम किया है. इसके पहले मुलायम ने भी यह कहा था कि वे पार्टी को किसी भी हालत में टूटने नहीं देंगे और इसके लिये जो कदम उठाना होंगे उनके द्वारा उठायें जायेंगे.
किन्तु अब स्तिथि विकट होती जा रही है. जिसके चलते उत्तर प्रदेश में सरकार टूट भी सकती है. अगर सरकार भंग होती है, तो इस दिशा में राष्ट्रपति शासन भी लगाया जा सकता है. वही इस बारे में सूत्रों का कहना है कि अगर अखिलेश को अभी भी पूरा समर्थन मिलता है तो वे बतौर मुख्यमंत्री बने रहेगे. किन्तु बहुमत नही होने पर उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ना पड़ेगी.
गौरतलब है कि मुलायम ने शुक्रवार की शाम को अखिलेश समेत रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 वर्षों के लिये निष्कासित कर दिया है. इधर निष्कासन के बाद से ही अखिलेश के आवास पर उनके समर्थकों की भीड़ जुटी हुई है तो वहीं मुलायम के निवास पर भी उनके समर्थक जुटे हुये है.