नई दिल्ली: देश में कोविड की स्थिति को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग और हिंदुस्तानआयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमे स्वास्थ्य विभाग के सचिव राजेश भूषण, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल और ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव देश में कोविड की स्थिति को लेकर सूचना जारी की है. जंहा इस बारें में राजेश भूषण ने बताया है कि, 'भारत में बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड संख्या में कोविड-19 सैंपलों की जांच की जा रही है. इनकी संख्या 9 लाख थी.' उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 से ठीक होने की दर तेज रफ्तार से बढ़ती जा रही है. ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 19.70 लाख से ज्यादा हो चुकी है. यह आंकड़ा कोरोना के सक्रिय मरीजों से 2.93 गुना अधिक है.
डॉ. वीके पॉल ने बताया, 'जहां तक वैक्सीन की बात है, पीएम ने स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को आश्वासन दिया था. वह कह चुके हैं कि हिंदुस्तान में 3 वैक्सीन विकसित की जाने वाली है और ट्रायल के विभिन्न स्तरों में हैं. इनमें से एक आज या कल में ट्रायल के तीसरे स्टेप में शामिल हो सकता है.' एक वैक्सीन पहले और एक वैक्सीन दूसरे चरण में है. भूषण ने बताया, जुलाई माह के पहले हप्ते में लगभग 2 लाख 30 हजार औसत टेस्ट देशभर में होते थे. अब ये संख्या बढ़कर 8 लाख 8 हजार से अधिक टेस्ट प्रति सप्ताह किए जा रहे है
नीति आयोग के सदस्य डॉ. पाल ने बताया कि, बीमारी का एक नया आयाम देखने को मिल रहा है. वैज्ञानिक और चिकित्सकीय समुदाय इस पर निगाहें टिकी हुई है. हमें इस बारे में जागरूक होना होगा कि जिसके उपरांत में भी कुछ प्रभाव पड़ सकता है. लेकिन अभी के हिसाब के दूरगामी परिणाम या प्रभाव खतरनाक तो नहीं. कुछ मरीजों में संक्रमण के उपरांत लक्षण दिखने के मामलों को लेकर उन्होंने बताया जैसा कि हम इसे समझ पाए हैं, हम उपचार के उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने वाले है. जिसके बारे में अभी सीखा जा रहा है और अध्ययन किया जा रहा है. चिकित्सकीय समुदाय इस पर प्रतिक्रिया दे चुके है.
हरतालिका तीज : पूजा के दौरान इन चीजों की होगी आवश्यकता
पंजाब: अब अस्पताल नहीं वसूल पाएंगे कोरोना परिक्षण के लिए मनमानी कीमत
बिहार में कोरोना का कोहराम, हजारों की संख्या में मिले संक्रमित मरीज