भोपाल. मध्यप्रदेश में गिरफ्तार किये गए आईएसआई नेटवर्क का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, आईएसआई नेटवर्क पर एटीएस के बाद अब सीधे पीएमओ का ध्यान गया है. बताया जा रहा है की इस मामले में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोभाल ने सीधी मोनिटरिंग शुरू कर दी है.
सुरक्षा एजेंसियों ने यह भी कहा की यह नेटवर्क उम्मीद से कही अधिक बड़ा होने की गुंजाईश है. गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया की एटीएस के काम की निगरानी की बागडोर अब नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोभाल के हाथो में है. वह इस केस पर अपनी नजर लगाए हुए है.
बता दे की इससे पहले पीएमओ ने इस मामले की पूरी जानकारी मांगी थी जो की उन्हें भेज दी जा चुकी है. गृह मंत्री ने आशंका जाहिर करते हुए कहा है की इस नेटवर्क की जड़े दूसरे राज्यो में भी हो सकती है. ऐसी दशा में यह मामला केंद्र सरकारके निगरानी में आने से का को तेजी मिलेगी.
उन्होंने यह भी बताया की अभी राज्य की साइबर एजेंसिया सीधे निगरानी कार्य नहीं करती, किन्तु एजेंसियों को इस मामले में स्वतंत्रता जरूर मिलना चाहिए. केंद्र सरकार राज्य सरकारों को यह अधिकार देने की तैयारी में है. भूपेंद्र सिंह ने यह भी बताया की विधायको का रिपोर्ट कार्ड बनाया जा रह है, जिससे की उन काम पर निगरानी रखी जा सके.
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