संगमनगरी प्रयागराज पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, की 5500 करोड़ के प्रोजेक्ट्स की शुरुआत

संगमनगरी प्रयागराज पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, की 5500 करोड़ के प्रोजेक्ट्स की शुरुआत
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लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 13 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे हैं। उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ मेला की तैयारियों का जायजा लेना था, जो अगले महीने 13 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में संगम के तट पर पहुंचकर वहां की पवित्र धरती पर पूजा-अर्चना की और साधु-संतों से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थे। इस दौरान पीएम मोदी ने कुल 5500 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ किया, जो जनहित में काम आएँगे

प्रयागराज का संगम स्थल गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का मिलन बिंदु है, और इसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। पीएम मोदी ने यहां पहुंचकर महाकुंभ मेला की तैयारियों का निरीक्षण किया। महाकुंभ हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है, और इस बार का मेला खास होने जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन के लिए विस्तृत तैयारियां की हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए आवश्यक इंतजाम किए जाएं।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। उन्होंने पेयजल और बिजली की सुविधाओं से संबंधित कई विकास योजनाओं की शुरुआत की, जो श्रद्धालुओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करेंगी। इसके अलावा, पीएम मोदी ने भारद्वाज आश्रम गलियारा, श्रृंगवेरपुर धाम गलियारा, अक्षयवट गलियारा और हनुमान मंदिर गलियारा जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य श्रद्धालुओं के लिए इन धार्मिक स्थलों तक पहुंच को आसान बनाना और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।

इसके अलावा, पीएम मोदी ने कुम्भ ‘सहायक’ चैटबॉट का भी शुभारंभ किया, जो श्रद्धालुओं को महाकुंभ के दौरान आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान करेगा। इस चैटबॉट से भक्तों को मेला क्षेत्र में सुविधाओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी, जिससे उनकी यात्रा और अनुभव और भी सुविधाजनक बनेगा। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने प्रयागराज के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी उजागर किया और इसकी पहचान को और अधिक बढ़ाने के लिए कई योजनाओं का उल्लेख किया।

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