नई दिल्ली : आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर कोयंबटूर के ईशा योग केंद्र में आदियोगी शिव की 112 फ़ीट ऊँची प्रतिमा का प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अनावरण करेंगे. इस भव्य प्रतिमा के चेहरे की डिजाइन और प्राण-प्रतिष्ठा ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने की है.
इस सम्बन्ध में ईशा फाउंडेशन की एक विज्ञप्ति में बताया कि धरती के इस सबसे विशाल चेहरे की प्रतिष्ठा मानवता को आदियोगी शिव के अनुपम योगदान के सम्मान में की गई है. इसमें कहा गया है कि यह प्रतिष्ठित चेहरा मुक्ति का प्रतीक है और उन 112 मार्गों को दर्शाता है, जिनसे इंसान योग विज्ञान के जरिए अपनी परम प्रकृति को प्राप्त कर सकता है.सद्गुरु के अनुसार आदियोगी को श्रद्धांजलि के रूप में प्रधानमंत्री पवित्र अग्नि को प्रज्वलित करके दुनिया भर में महायोग यज्ञ की शुरुआत करेंगे.
स्मरण रहे कि भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने अपने अतुल्य भारत अभियान में इस भव्य चेहरे की प्राण-प्रतिष्ठा को एक गंतव्य स्थल के रूप में शामिल किया है.बता दें कि कोयम्बटूर से 25 किमी दूर यह ईशा योग केंद्र केरल की पर्वत श्रृंखलाओं के पास स्थित है.लिहाज़ा पीएम की यात्रा के मद्दे नजर तमिलनाडु-केरल की सीमा पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
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