नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि "वह विभिन्न पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए प्रेरणा हैं।" उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि, "डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। जय भीम!"
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में कहा कि, "बाबासाहेब अम्बेडकर पिछड़े वर्गों के विभिन्न लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्होंने हमें एहसास कराया कि कुछ भी हासिल करने के लिए, एक अमीर परिवार में पैदा होना जरूरी नहीं है। इसके बजाय, भारत में गरीब परिवारों में पैदा हुए लोग भी सपने देख सकते हैं और अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर सकते हैं।'' पीएम मोदी ने कहा कि, "कई बार लोग उन्हें रोकने की कोशिश करते थे, कोशिश करते थे कि पिछड़े वर्ग का गरीब आदमी आगे न बढ़ पाए। लेकिन, नए भारत की छवि बिल्कुल अलग है। ये भारत बाबा साहब अंबेडकर का है, गरीबों का है, पिछड़े वर्ग का है।''
Tributes to Dr. Babasaheb Ambedkar on his Jayanti. Jai Bhim! pic.twitter.com/Ir4NkDvqUg
— Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2024
प्रधानमंत्री ने विभिन्न पहलों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने औद्योगिक शक्ति का जो सपना देखा था वह भारत के लोगों के लिए प्रेरणा है। पीएम मोदी ने कहा कि, आज देश में मेक इन इंडिया अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। अंबेडकर जी का औद्योगिक शक्ति का सपना हमारे लिए प्रेरणा है। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर शहरीकरण में विश्वास करते थे। वह आत्मनिर्भरता, आत्मनिर्भरता में दृढ़ता से विश्वास करते थे। आज मुद्रा विश्वास जैसी पहल , स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया हमारे युवा इनोवेटर्स और उद्यमियों को प्रेरित कर रहे हैं, मैं राष्ट्र और सभी देशवासियों की ओर से बाबासाहेब अंबेडकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था और इसलिए हर साल इस तारीख को भारत अंबेडकर जयंती मनाता है। बाबासाहेब की जयंती पर पूरे देश में सार्वजनिक अवकाश है, जहां स्कूल, बैंक और कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के संगठन बंद रहते हैं। प्यार से 'बाबासाहेब' के नाम से जाने जाने वाले अंबेडकर भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार थे और इसलिए उन्हें 'भारतीय संविधान का जनक' भी कहा जाता है। वह न केवल भारतीय संविधान के निर्माता थे, बल्कि अम्बेडकर स्वतंत्र भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री भी थे। बाबासाहेब का जन्म मध्य प्रदेश में एक गरीब दलित महार परिवार में हुआ था। उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के समान अधिकारों के लिए अथक संघर्ष किया। वह 1927 से अस्पृश्यता के खिलाफ सक्रिय आंदोलनों का हिस्सा थे। बाद में उनके अधिकारों के प्रति उनके योगदान के लिए उन्हें 'दलित आइकन' के रूप में सम्मानित किया गया।
महिला कल्याण, UCC, विकसित भारत..! लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जारी की 'मोदी की गारंटी'
इजराइल पर टूट पड़ा ईरान, यहूदी देश के समर्थन में खड़ा हुआ अमेरिका !
लोकसभा चुनाव: मध्य प्रदेश में बसपा की एंट्री, इंदौर और बैतूल में उतारे उम्मीदवार