नई दिल्ली : भारत पाकिस्तान द्वारा भारत की धरती पर आतंकवाद को बढ़ाने और उसके साथ युद्ध करने के प्रयासों का विरोध कर रहा है। इसके लिए भारत प्रयास कर रहा है कि आतंकवाद के समर्थक देश पाकिस्तान को दुनिया से अलग-थलग कर दिया जाए। इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं ने काफी काम किया है। आज भारत वैश्विक मंच दक्षिण एशिया का महत्वपूर्ण देश है और योरप तक उसे नज़रअंदाज़ नहीं कर सकता है। ऐसे में वैश्विक मंच पर भारत की साख मजबूत है। दूसरी ओर अब भारत पाकिस्तान के मित्र रहे अबु धाबी को अपनी ओर लाना चाहता है।
दरअसल इस मामले में जानकारी सामने आई है कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर भारत में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह में अबु धाबी के प्रिंस जायद अतिथि होंगे। प्रिस आतंकवाद पर भारत की चिंता का समर्थन कर रहे हैं। गौरतलब है कि प्रिस जायद की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट काफी सुखद होगी। माना जा रहा है कि प्रिंस पर पीएम मोदी और भारत का प्रभाव हो सकता है।
दरअसल प्रिंस जायद जब भारत के अतिथि होंगे तो गणतंत्र दिवस की परेड में भारत की रणशक्ति का अवलोकन भी करेंगे। ऐसे में जायद पर भारत का प्रभाव खासा हो सकता है। दरअसल भारत विश्व में पाकिस्तान को अलग करने की योजना बना रहा है। दूसरी ओर दक्षिण एशियाई देशों के बीच पाकिस्तान की साख काफी कम हो गई है। सार्क सम्मेलन का रद्द होना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। पाकिस्तान के हालात इतने बुरे हो गए हैं कि उसे ओआईसी में भी किरकिरी का सामना करना पड़ सकता है।