बैंकाक: थाईलैंड की राजकुमारी और राजा महा वजीरालोंगकोर्न (Maha Vajiralongkorn) की सबसे बड़ी पुत्री बजरकितियाभा नरेंद्रिरा देव्यावती (Bajrakitiyabha Narendira Devyavati) को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में एडमिट करा दिया गया है। हालांकि उनकी स्थिति को एक निश्चित स्तर पर स्थिर बताया गया है। द रॉयल पैलेस ने उनकी सेहत के बारे में जानकारी दी है। पूर्वोत्तर नाखोन रत्चासिमा प्रांत में बुधवार (14 दिसंबर) तड़के होश खोने के बाद 44 वर्षीयराजकुमारी बजरकितियाभा को एक स्थानीय अस्पताल में एडमिट कराया गया।
रॉयल पैलेस ने एक बयान में कहा कि राजकुमारी की हालत एक निश्चित स्तर पर स्थिर होने के बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से बैंकॉक ले जाया गया। बता दें कि, राजकुमारी, राजा वजिरालॉन्गकोर्न के तीन बच्चों में से एक है। वो 1924 के पैलेस लॉ ऑफ सक्सेशन के तहत सिंहासन के लिए योग्य हैं। बताया जाता है कि राजकुमारी जब खाओ याई नेशनल पार्क में अपने पालतू कुत्तों के साथ दौड़ रही थीं, इसी दौरान वह गिर पड़ी। उनको एक घंटे से ज्यादा समय तक CPR दिया गया, मगर राजकुमारी बजरकितियाभा को इससे अधिक फायदा नहीं हुआ। दावा किया जा रहा है कि उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
बता दें कि, 3 बड़े सैन्य हेलीकॉप्टरों को भी बुधवार देर रात असामान्य तौर पर खाओ याई से बैंकॉक लौटते देखा गया था। वहां से उन्हें ECMO ट्रीटमेंट के लिए बैंकॉक अस्पताल ले जाया गया। चश्मदीद ने अस्पताल के एक हेलीकॉप्टर को दो सैन्य हेलिकॉप्टरों के साथ देखा। थाईलैंड में कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करने से पहले उन्होंने आंशिक रूप से ब्रिटेन में शिक्षा हासिल की। बाद में उन्होंने न्यूयॉर्क में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में मास्टर डिग्री और कानून में PHd पूरी की। वह 2012 में ऑस्ट्रिया में थाईलैंड की दूत थीं और वियना में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की स्थायी प्रतिनिधि थीं। बजरकितियाभा ने थाई कानूनी प्रणाली में भी पदों पर कार्य किया है।
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