देश में मासूम बच्चियों को अपनी वासना का शिकार बनाते दरिंदों की संख्या बढ़ती जा रही है. इंसानी चेहरों के पीछे यह दरिन्दे अपनी हवस की भूख को मिटाने के लिए किसी मासूम की ज़िन्दगी को अपने नाखूनों से नोच डालते हैं. घर में, बाहर और यहाँ तक के शिक्षा के मंदिर तक में बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं. आए दिनों स्कूल में शिक्षकों द्वारा बच्चियों से गलत हरकत करने के मामले सामने आते रहते हैं. अब ताज़ा मामला ओडिशा का है, जहां स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा एक छठी क्लास में पढने वाली बच्ची से एक महीने तक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है.
ओडिशा में मयूरभंज इलाके में मौजूद एक स्कूल का प्रिंसिपल वहां पढ़ने वाली छठी क्लास की छात्रा का पिछले एक महीने से यौन शोषण कर रहा था. बच्ची ने खुद यह बात अपने परिवार को बताई. जैसे ही वहां के लोगों को इस बात का पता लगा, तो उन्होंने उस प्रिंसिपल के हाथों को बांधकर पहले बुरी तरह पीटा, फिर बाद में पुलिस के हवाले कर दिया.
मामले की जानकारी देते हुए मयूरभंज के पुलिस अधिकारी वीके पटेल ने बताया है कि “प्रिंसिपल पिछले एक महीने से बच्ची का यौन शोषण कर रहा था. लड़की ने ही अपने परिवार वालों को अब यह बात बताई थी. प्रिंसिपल के खिलाफ केस रजिस्टर हो गया है और उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है.”
ओशो के यह विचार रोक सकते हैं दुष्कर्म ?