जयपुर: राजस्थान के बारां जिला जेल में सजायाफ्ता मोहम्मद रमजान की मौत के केस में 3 वर्ष के उपरांत क़त्ल हत्या का केस भी दर्ज किया जा चुका है। अदालत ने इस केस में दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी कर दिए है। दरअसल, बारां जिले के मांगरोल निवासी मोहम्मद रमजान की जेल हिरासत में 29 अप्रैल 2019 को जान चली गई। इसके बाद जांच में सामने आया कि उनकी मौत पुलिस की मार की वजह से हुई थी।
क्या है पूरा मामला: मिली जानकारी के अनुसार मोहम्मद रमजान बारां जिला कारागार में सजायाफ्ता थे। इस बीच उनकी हालत बहुत ही ज्यादा ख़राब हो गई थी, जिसके बाद इलाज के लिए उन्हें कोटा कारागार स्थानांतरित किया जा चुका है। वहां पर उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती भी किया जा चुका है। इसी बीच ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने रमजान के साथ मारपीट की, जिससे उनकी गर्दन की हड्डी टूट गई और 29 अप्रैल 2019 को उसकी जान चली गई थी।
जहां इस बात का पता चला है कि मोहम्मद रमजान की मौत के बाद सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदेश महासचिव महबूब अंसारी ने केस में अदालत में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। 3 साल बाद अदालत ने सुनवाई कर मामले में दोषियों के विरुद्ध कत्ल का केस भी दर्ज करने का आदेश दिया जा चुका है।
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