नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) परिसर में हुई हिंसा पर सियासत शुरू हो गई है. इस घटना को लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है. रविवार को JNU में दो छात्र गुटों के बीच हुए टकराव के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. प्रियंका ने कहा कि AIIMS के ट्रॉमा सेंटर में उपचार करा रहे छात्रों ने मुझे बताया कि गुंडे परिसर में घुसे और हमपर रॉड और डंडों से हमला करना शुरू कर दिया.
प्रियंका वाड्रा ने कहा कि कइयों को सिर में गंभीर चोटें आई हैं. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार में कुछ गहरी बात है जो बच्चों पर इस किस्म की हिंसा करने की इजाजत दे रही है. वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने घटना को शर्मनाक बताया है. मायवती ने अपने ट्वीट में लिखा कि, ''JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निंदनीय व शर्मनाक. केंद्र सरकार को इस घटना को अति-गंभीरता से लेना चाहिए. साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा।''
वहीं, कांग्रेस नेता और पेशे से वकील कपिल सिब्बल ने इस पूरी घटना को लेकर केंद्र और पीएम मोदी पर निशाना साधा है. कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए कहा कि, कि नकाबपोश लोग एक यूनिवर्सिटी के सिद्धांत को नष्ट कर रहे हैं. चौकीदार शांत खड़ा देख रहा है. सलमान खुर्शीद ने इस पूरे मामले पर कहा कि जब पता है कि भीतर नकाब पोश हैं तो पुलिस भीतर क्यों नहीं जा रही है. किसका इंतजार कर रही है. सारी व्यवस्था चरमरा गई है.
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