मिर्ज़ापुर: सोनभद्र नरसंहार मामले में कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा की जिद के आगे मिर्जापुर जिला प्रशासन को झुकना पड़ा. शुक्रवार को हाई वोल्टेज ड्रामे और 24 घंटे धरना देने के बाद शनिवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सोनभद्र मामले के पीड़ितों और प्रियंका वाड्रा की मुलाकात चुनार गेस्ट हाउस में करवाई. मुलाकात के बाद प्रियंका वाड्रा प्रेस वालों से मुखातिब हुईं.
मीडिया से प्रियंका ने कहा कि, 'मैं जिस मकसद से यहां आई थी, वो अब पूरा हो गया है.' जमानत भरने के प्रश्न पर प्रियंका ने कहा कि जमानत भरने का कोई मतलब ही नहीं निकलता है, जब मैंने कोई अपराध नहीं किया है. वहीं, जो पीड़ित परिवार को जो लोग प्रियंका से मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे, उन्होंने कहा, 'दीदी जब दो हजार किमी चलकर आ सकती है, तो हम 30 किमी चलकर दीदी से मिलने क्यों नहीं जा सकते'.
सोनभद्र नरसंहार मामले पर पीड़ितों से चर्चा करने के बाद प्रियंका ने कहा कि पीड़ित परिवारों को कम से कम 25-25 लाख का मुआवज़ा मिलना चाहिए. प्रियंका ने कहा कि, कई पुश्तों से जमीन इनकी है तो मालिकाना हक भी इन्हे ही मिलना चाहिए. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इन पर जो मामले दर्ज हैं, उन्हें हटाया जाना चाहिए, ये लोग लड़ाई लड़ रहे है. इसलिए इनकी सुरक्षा आवश्यक है. कांग्रेस पार्टी इन पीड़ितों को 10-10 लाख रुपये प्रदान करेगी.
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