अयोध्या: आज सोमवार, 22 जनवरी 2024 को, अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। दुनियाभर में मौजूद करोड़ो रामभक्त इस क्षण का जश्न मना रहे हैं। इस बीच अयोध्या से एक भावुक कर देने वाली तस्वीर सामने आई है। भगवान राम की जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए राम जन्मभूमि आंदोलन में सबसे आगे रहने वालीं दो महिला नेता, साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती राम मंदिर मंदिर में इतिहास लिखे जाने के वक़्त भावुक हो गईं।
ये देश आज का दिन देख सके इसके लिए लाखों कारसेवकों ने बलिदान दिया, लाखों ने अपना सब कुछ खपा दिया। #राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में दो साध्वियों की भूमिका कभी नहीं भुलाई जा सकती। दीदी मां साध्वी ऋतांभरा और उमा भारती जी।
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) January 22, 2024
आज जब दोनों #राममंदिर परिसर में पहुंचे तो खुशी से एक दूसरे से… pic.twitter.com/UjCMoEtuhH
लाखों राम भक्तों में राम जन्मभूमि संघर्ष की लौ को जीवित रखने का श्रेय पाने वाले दोनों फायरब्रांड नेताओं ने सोमवार को अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में राम लला के निर्धारित प्राण प्रतिष्ठा समारोह से कुछ मिनट पहले एक-दूसरे को गले लगाया। उमा भारती को गले लगाते वक्त साध्वी ऋतंभरा अपने आंसू नहीं रोक पाईं, जिसकी तस्वीरें तुरंत इंटरनेट पर वायरल हो गईं। करोड़ों राम भक्तों के लिए, सोमवार, 22 जनवरी 2024 अत्यधिक भावनाओं से भरा है क्योंकि उनके भगवान, भगवान राम, अयोध्या में अपने निवास, जन्मभूमि पर लौट आए हैं।
1992 to 2024, quite a journey. Emotions are pouring out.????
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) January 22, 2024
Sadhvi Ritambhara ji and Uma Bharti ji were young & fierce female faces of the Ram Janmbhumi Movement.#PranPratishthaRamMandir pic.twitter.com/PJjyzo4ZBf
साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती राम जन्मभूमि आंदोलन का नेतृत्व करने और उसे सशक्त बनाने वाले शीर्ष नेताओं में से एक रही हैं, जिसने अंततः नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले का मार्ग प्रशस्त किया, और विवादित स्थल को भगवान राम को समर्पित एक भव्य मंदिर बनाने के लिए हिंदुओं को दे दिया गया।
भावुक होकर रो पड़ीं 3 साध्वी...
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) January 22, 2024
श्री राम मंदिर परिसर का भावुक पल, राम जन्मभूमि आंदोलन की तीनों फायर ब्रांड साध्वी जब मिली तो गले मिल कर रोने लगीं।
साध्वी ऋतंभरा जी, साध्वी उमा भारती जी और साध्वी निरंजन ज्योति जी pic.twitter.com/WbaADGSSBX
मंदिर शहर को महत्वपूर्ण प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सजाया गया है, जो लगभग 500 वर्षों के बाद राम लला की पुनर्प्रतिष्ठा का प्रतीक बना है। क्योंकि इस स्थान पर मुगल आक्रमणकारियों ने हिंसक तरीके से कब्ज़ा कर लिया था, जिन्होंने इस स्थान पर मौजूदा मंदिर को नष्ट कर दिया था और उस पर एक मस्जिद का निर्माण किया था। यह समारोह हिंदू भक्तों के सदियों के संघर्ष की परिणति भी है, जिन्होंने राम जन्मभूमि को पुनः प्राप्त करने की लड़ाई में कई कष्ट सहते हुए अपने जीवन तक का बलिदान दे दिया।
सूरत के हीरा कारोबारी ने राम मंदिर में भेंट किया था 101 किलो सोना, दरवाजा-गर्भगृह में हुआ इस्तेमाल
मैराथन के दौरान बेहोश हुए 2 प्रतिभागी, हुई मौत
अयोध्या में विराजित हुए रामलला, राममय हुआ भारतवर्ष, लेकिन इस दौरान क्या कर रहा विपक्ष ?