नई दिल्ली: हाल में पता चला है कि आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति में अब फिटनेश भी शामिल किये जाने वाला है जिसमे बिना फिटनेस वाले अधिकारियो की पदोन्नति मुश्किल में पड़ सकती है. पता चला है कि आईपीएस अधिकारियों को फिटनेस से जोड़ने और मोटापा कम करने के लिए मोदी सरकार अब बड़ा दाव खेलने जा रही है. जिसमे सभी तोंद वाले अधिकारी अपनी फिटनेस पर ध्यान देने लगेंगे. गृह मंत्रालय ने आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति से पहले एक अनिवार्य कदम के रूप में उनकी शारीरिक फिटनेस की सिफारिश की है. जिसमे उनकी शारीरक फिटनेस को भी देखा जाये.
इस नियम के लागु होने के बाद अब तोंद वाले अफसरों को अपनी फिटनेस पर ध्यान देना पड़ेगा, नहीं तो उनका प्रमोशन रुक सकता है. केंद्र सरकार आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति को उनके फिटनेस से जोडऩे पर गंभीरता से विचार कर रही है. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आपीएस अफसरों की पदोन्नति से पहले फिटनेस को अनिर्वाय करने की सिफारिश की है.
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने इस सिफारिश को शामिल करने के लिए मसौदा सेवा नियमों को अंतिम रूप दिया है. जिसमे सभी राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों के प्रशासकों से अपनी टिप्प्णी देने को कहा है. मसौदा नियमों में कहा गया है, 'विभिन्न पदों पर आईपीएस अधिकारियों की प्रमोशन शारीरिक फिटनेस पर निर्भर होगी, जो समय-समय पर गृह मंत्रालय के द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप हो सकती है'.
बता दे कि कि मौजूदा नियमों में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. सेवा की आवश्यक अवधि पूरी करने के बाद उन्हें विभिन्न स्तरों और ग्रेड पर पदोन्नति मिलती है. किन्तु अब फिटनेस का भी ध्यान रखा जायेगा. जिसमे यह केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के ग्रुप 'ए' अधिकारियों के समान ही नियम लागु किये जायेगे.
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