नई दिल्ली: भारत के सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद उत्पादों को कड़ी फटकार लगाई थी तथा सख्ती से कहा था कि वे "भ्रामक विज्ञापन बंद करें"। इसपर योग गुरु बाबा रामदेव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पंतजलि के खिलाफ 5 वर्षों से प्रोपेगेंडा चल रहा है। हमें लगातार टारगेट किया जा रहा है। मेरे पीछे मेडिकल माफिया पड़ा हुआ है। स्वामी रामदेव ने कहा कि हम सर्वोच्च न्यायालय का सम्मान करते हैं। हम झूठे वादे नहीं करते। आगे स्वामी रामदेव ने कहा कि हमारे पास ज्ञान-विज्ञान की दौलत है, मगर भीड़ के आधार पर सच और झूठ का फैसला नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि मेडिकल माफिया झूठा प्रचार करते हैं, पतंजलि कभी झूठा प्रचार नहीं करता। बल्कि पतंजलि ने तो स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा दिया। जो झूठ फैलाया जा रहा है, उसका भंडाफोड़ होना चाहिए। बीमारियों को नाम पर लोगों को डराया जा रहा है। बाबा रामदेव ने कहा कि मैं कभी अदालत के सामने पेश नहीं हुआ। लेकिन स्वयं सर्वोच्च न्यायालय के सामने पेश होने के तैयार हूं। मैं अनुमति मांगूंगा कि मुझे पूरे रिसर्च के साथ पेश होने की अनुमति दी जाए। हमें अवसर दिया जाए कि हम अपने मरीज और रिसर्च को प्रस्तुत कर सकें। इसके साथ ही 1940 में जो ड्रग एंड मैजिक रेमेडी एक्ट बना था। उसकी खामियों को उजाकर कर सकें।
इसके साथ ही बाबा रामदेव ने कहा कि लोगों से कहा जा रहा है कि एक बार बीमार पड़ गए तो जीवन भर दवा खानी पड़ेगी, हम करते हैं कि दवा छोड़ दो, आप नेचुरल लाइफ जी सकते हो। उन्होंने कहा कि हम सैकड़ों मरीजों की सर्वोच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस के सामने परेड कराने को तैयार हैं। सारे रिसर्च देने को तैयार हैं।
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