लालू प्रसाद ने हाल ही में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। और सर्वेक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार को जानमाल के साथ फसल क्षति का आंकलन कर पीड़ितों को उचित सहायता देनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने आपदा प्रबंधन मंत्री से बात की है।
भागलपुर तक लिया जायजा
श्री प्रसाद ने बक्सर से भागलपुर तक बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। उनके साथ आपदा प्रबंधन मंत्री चंद्रशेखर और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह भी थे। वहां से लौटकर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बक्सर, आरा, पटना, छपरा, वैशाली, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर में गंगा में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का उन्होंने जायजा लिया। विशेष कर छपरा, वैशाली और मनेर, मांझी, नयागांव, आसिमपुर दियारा, तेरासीया, राघोपुर, जाफराबाद, बीरपुर जैसे पटना जिला के दियारा क्षेत्रों में बाढ़ से लोग परेशान हैं।
फसलों को भारी नुकसान
मक्का, धान, सब्जी, केला और अन्य फसलों को भारी क्षति हुई है। जान-माल और फसल क्षति का आंकलन कर पीड़ितों को समुचित सहायता देने की व्यवस्था की जानी चाहिए। राहत और बचाव कार्यों का समय-समय पर निगरानी भी करना होगा। जहां दवा कि जरूरत हो वहां दवा पहुंचाई जाए। पशु चारा कि समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी घटने के बाद माहामारी कि आशंका बनी रहती है। इसके लिए छिड़काव और जीवन रक्षक दवाओ का भंडार प्रभावित क्षेत्रों में किया जाए। साथ ही ऐसे इलाकों में पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था की जानी चाहिए।
प्रभावित इलाके का आंकलन हो रहा
मंत्री प्रो. चन्द्रशेखर ने कहा कि वैशाली की 20 पंचायतों का गांव पानी में डूब गया है। जिलाधिकारियों को कहा गया है कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था करें।