शिमला: हाल में कुछ दिनों पहले हिमाचल के जिला शिमला की तहसील कोटखाई की एक पंचायत में दसवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा से गैंगरेप और मर्डर को लेकर पुलिस द्वारा इस मामले को सुलझाने का दावा करने के बाद लोगो का गुस्सा फुट पड़ा. जिसमे लोगो ने पुलिस पर गलत लोगों को पकड़ मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया है. और असली आरोपियों को बचा दिया है. लोगो ने एसएफआई और जनवादी नौजवान सभा के आह्वान पर शुक्रवार को ठियोग में नेशनल हाईवे जाम कर दिया.
लोगो ने पुलिस तथा अपराधियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुलिस थाने पर पथराव कर दिया और पुलिस के तीन गाड़ियां तोड़ डालीं. वही लोगो के प्रदर्शन को देखकर पुलिस वालो को थाने का गेट बंद करना पड़ा. लोगों का आरोप है कि पुलिस ने गलत लोगों को आरोपी बनाकर इस मामले को रफा- दफा करने का प्रयास किया है और असली आरोपियों को बचाया गया है.
बता दे कि कुछ दिन पहले मृतका घर से अपने भाई के साथ स्कूल के लिए निकली थी. स्कूल में खेलकूद प्रतियोगिताएं चल रही थीं और दोनों कहकर गए थे कि दोनों वहीं अपने रिश्तेदारों के यहां रुकेंगे. छात्रा का भाई तो रिश्तेदारों के यहां रुक गया, लेकिन शाम को चार बजे छुट्टी होने के बाद छात्रा अकेले ही जंगल के रास्ते घर के लिए निकल गई लेकिन वह घर नहीं पहुंची. जिसके बाद घर वालो ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. शुक्रवार सुबह कोटखाई पुलिस को सूचना मिली कि जंगल में एक किशोरी का शव नग्न अवस्था में पड़ा हुआ है. मोके पर पहुंचने पर पुलिस ने देखा कि लड़की की टांगों और चेहरे पर जख्म के निशान थे. छात्रा से पहले रेप किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गयी. पुलिस ने जंगल से जब शव को बरामद किया गया उस वक्त मृतका के बदन पर कोई कपड़ा तक नहीं था.
रिवाल्वर दिखाकर महिला ने करवाया नाबालिग का गैंगरेप, वीडियो बनाकर किया वायरल
क्राइम पेट्रोल की यह इंस्पेक्टर बन गई अपराधी, पहले शारीरिक संबंध बनती फिर करती ऐसा
Shocking : जानवर ने कर दिया आदमी का रेप
लड़की से गैंगरेप और हत्या : एक हफ्ते की जांच के बाद गिरफ्तार हुए आरोपी
नाबालिग लड़की को बनाया हवस का शिकार