तेहरान: इस्लामी मुल्क ईरान में हिजाब में से बाल दिख जाने के कारण हुई 22 वर्षीय महसा अमीनी की 'हत्या' के बाद से हो रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के बीच गुरुवार (8 दिसंबर) को एक प्रदर्शनकारी को फांसी दे दी गई। जिस प्रदर्शनकारी को फांसी की सजा दी गई है, उसकी पहचान मोहसिन शेकारी के रूप में सामने आई है। ईरान विरोध प्रदर्शनों से संबंधित मृत्युदंड का यह पहला केस है।
मोहसिन पर 25 सिंतबर को तेहरान में सत्तार खान बुलेवार्ड सड़क को बाधित करने और एक सुरक्षाकर्मी को जख्मी करने का दोषी पाया गया था। ईरान के शरिया कानून के तहत उन्हें अल्लाह के खिलाफ जंग छेड़ने का दोषी पाया गया था। उन्होंने इसके फैसले के खिलाफ अपील की। मगर शीर्ष अदालत ने 20 नवंबर को इस फैसले को कायम रखा। मोहसिन शेकारी को मिली मौत की सजा पर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बयान जारी करते हुए कहा है कि सरकार विरोधी प्रदर्शनों को कुचलने के लिए प्रदर्शनकारी को सजा-ए-मौत सुनाई गई है।
वहीं, ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच एक प्रदर्शनकारी को मौत की सजा सुनाए जाने पर अमेरिका ने आपत्ति जाहिर की है। अमेरिका ने कहा है कि इससे देश में हालात और खराब होंगे।
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