इंदौर : शहर में बीते दिनों में कोरोना के लगातार मामले सामने आए हैं. जो की हैरान कर देंने वाले है. वहीं, इस बचने के लिए पुलिस ने नई पहल शुरू की है. 14 दिन का वनवास नहीं, यह जीवनदान है. पुलिस हमारी दुश्मन नहीं, वह हमारे साथ है. क्वारंटाइन सेंटरों से घर पहुंचे लोग कुछ इसी तरह से लोगों को समझाइश देते नजर आएंगे. इन लोगों को पुलिस ने कोरोना के विरुद्ध ब्रांड एंबेसडर बनाने का निश्चय किया है. जिन गलियों में पुलिस का घुसना मुमकिन नहीं, वहां इनकी मदद से जागरूकता फैलाई जाएगी.
बता दें की स्कीम-71 (चंदन नगर) में एक वृद्धा के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद रहवासियों को क्वारंटाइन किया तो पुलिस का विरोध शुरू हो गया. परीक्षण कराने पर साथ रहे कुछ लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई तो वे दंग रह गए. फिर प्रशासन का सहयोग करने लगे. शनिवार को ऐसे ही 22 लोगों को घर भेज दिया गया. सभी स्कीम-71 व चंदन नगर क्षेत्र के रहने वाले हैं. पुलिस इन लोगों में कुछ को ब्रांड एंबेसडर बनाएगी. इनसे जरिए लोगों को समझाइश दी जाएगी.
दरअसल, शुरुआत में विरोध करने वाले लोग कुछ दिनों बाद पुलिस की प्रशंसा करने लगे. उन्होंने कहा कि हम आपके साथ हैं. जो लोग यहां आने पर विरोध करते हैं, उन्हें हम समझाएंगे. यहीं से यह विचार सामने आया कि पुलिस इन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाकर लोगों को जागरूक करेगी. हम कुछ लोगों की मदद लेंगे. इन्हें कर्फ्यू पास दिए जाएंगे और छोटी-बड़ी गलियों में लोगों को समझाने का प्रयास करेंगे.
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