नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के माछिल सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा किए गए सीज़फायर उल्लंघन के दौरान भारत के तीन जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान ने भारत के एक जवान के शव के साथ बर्बरता कर अंतर्राष्ट्रीय सैन्य नियम का उल्लंघन किया था। इस मामले में भारत का रूख बेहद सख्त है। बहरहाल अब भारत के इन शहीदों की पार्थिव देह इनके अपने गृह नगर पहुंचने वाली है। शहीदों का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गौरतलब है कि शहीदों में शामिल 13 राजपूताना राईफल्स के राइफलमैन प्रभु सिंह महज 25 वर्ष के थे। प्रभु सिंह का विवाह दो वर्ष पूर्व हुआ था। प्रभु सिंह अपने पीछे करीब 10 माह की बेटी छोड़ गए हैं। प्रभु सिंह को बचपन से ही सेना में जाने का चाव था। काफी कम उम्र में ही वे देश के काम आ गए। उनका गृह क्षेत्र राजस्थान के जोधपुर के शेरगढ़ में खीरजां गांव है। शहीद का कोफिन यहां पर आज पहुंच जाएगा।
गौरतलब है कि कल ही उनका जन्मदिन था। प्रभु सिंह के चाचा सेना में रहे हैं। इस हमले में शहीद हुए राईफलमैन शशांक कुमार सिंह के घर तो अगले वर्ष ही शहनाई बजने वाली थी लेकिन अब परिवार में मातमी माहौल है। मगर परिजन इस बात पर गर्व कर रहे हैं कि उन्होंने सीमा पर दुश्मन के हमले को झेला। शशांक अपने भाईयों में सबसे छोटे थे और उनसे बड़े एक भाई 2 राजपूताना राईफल्स में हैं। शशांक 19 राजपूताना राईफल्स में थे। उन्होंने अपनी पलटन का नाम रोशन कर दिया।
भारत के शौर्य से कांप उठा पाकिस्तान