पुणे: कोरोना महामारी के खिलाफ पूरी दुनिया जंग लड़ रही है, किन्तु अभी तक कोरोना को हराने में किसी भी देश को कामयाबी नहीं मिली है. कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार फैलता जा रहा है और लोगों को मौत की नींद सुलाता जा रहा है. ऐसे में सभी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कहीं से संजीवनी बूटी मिल जाए, जिससे कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाई जाए.
अभी कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन बनने में वक़्त लगेगा. कोरोना वायरस पर कोई दवा खास प्रभाव नहीं डाल रही है. लिहाजा सावधानी और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर बल दिया जा रहा है. इस बीच तब आशा की किरण दिखाई देने लगी, जब पुणे की एक फार्मा रिसर्च कंपनी ने दावा किया कि उसने 2200 किस्म की दवाइयों में से 42 दवाइयां ढूंढ निकालीं और फिर इन 42 दवाइयों में से ऐसी तीन दवाइयां ढूंढी हैं, जिनसे कोरोना वायरस का उपचार किया जा सकता है. हालांकि इन तीन दवाइयों में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का नाम शामिल नहीं है.
नोवलिड फार्मा कंपनी ने दावा किया कि विश्व में कोरोना के खात्मे की दवा पहले से ही मौजूद है, किन्तु वो कौन-सी दवा है ये किसी को भी नहीं पता है. पुणे की फार्मा रिसर्च कंपनी ने कहा कि आज कोरोना वायरस के उपचार में 2200 प्रकार की दवाइयां इस्तेमाल की जा सकती हैं, लेकिन इनमें से तीन दवाइयां सबसे ज्यादा असरदार साबित हो सकती हैं.
आख़िरकार चीन ने कबूल किया सच ! कहा- नष्ट किए थे कोरोना के शुरूआती सैम्पल्स
कोरोना डॉग्स: इंसानों की मदद के लिए आ रहे उसके सबसे पक्के दोस्त, सूंघ कर पता लगाएंगे संक्रमण
विश्व के मुकाबले भारत में कोरोना प्रसार है धीमा, जानें क्यों