चंढीगढ़: कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में भारी आतंक मचा रखा है वही पंजाब के मोगा शहर से 300 ऑक्सीजन सिलेंडर गायब हो गए हैं। प्रशासन को शंका है कि ऑक्सीजन सिलेंडरों को या तो निजी डीलरों ने लाभ कमाने के लिए जमा किया हुआ है या लोगों ने इसे जमा कर रखा है जिससे कोरोना से संक्रमित होने के हालात में इसका उपयोग किया जा सके।
वही मोगा जिले में कुल 450 ऑक्सीजन सिलेंडर होने चाहिए जबकि प्रशासन के पास सिर्फ 150 सिलेंडर हैं। अफसरों ने सप्लायरों को सभी सिलेंडरों को जमा करने तथा सिंगल वेंडर के जरिये ऑक्सीजन की सप्लाई को केंद्रीकृत करने का निर्देश दिया था। अफसरों ने कहा कि उन्हें मंडी गोबिंदगढ़ स्थित प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है किन्तु रिफिलिंग के लिए उनके पास पर्याप्त खाली सिलेंडर नहीं हैं। एक अफसर ने कहा कि यदि उन्हें गायब हुए 300 सिलेंडर प्राप्त होते हैं तो वे उनमें 0।5 मीट्रिक टन (MT) ऑक्सीजन का इंतजाम कर सकते हैं।
वही अब तक कोरोना तथा गैर-कोरोना रोगियों के लिए सरकारी और निजी हॉस्पिटल्स में 2।23 मीट्रिक टन की दैनिक खपत के मुकाबले जिले को सिर्फ 2 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही प्राप्त हो रहा है। मोगा के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) सतवंत सिंह को शहर में ऑक्सीजन की सप्लाई की निगरानी का काम सौंपा गया है, सतवंत ने कहा, ‘हमे तहरीर प्राप्त हुई है कि निजी डीलरों तथा लोगों ने 300 सिलेंडरों की जमाखोरी की है। कुछ व्यक्तियों ने इन सिलेंडरों की कालाबाजारी के लिए जमाखोरी की है। जबकि अन्य ने मेडिकल आपूर्ति की कमी के कारण घबराहट में ऐसा किया है।
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