अमृतसर: पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की राजधानी क्षेत्र में किसान प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर नाराजगी जाहिर की है। बता दें अमरिंदर सिंह ने कहा है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर जो हुआ वह किसानों का अपमान है। वह कहते हैं कि जिस प्रकार हाथों में लाठी, कृपाण और तिरंगा लिए किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर विभिन्न जगहों पर बैरिकेड को तोड़ने हुए राजधानी में एंट्री की और लाल किले की घेराबंदी की। इससे देश शर्मसार हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे किसान आंदोलन भी कमजोर हुआ है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आगे कहा कि हिंदुस्तान का लालकिला स्वतंत्र भारत का प्रतीक है और वह देश की आजादी के बाद इस ऐतिहासिक किले पर राष्ट्रीय ध्वज को देखने के लिए देश में हज़ारों लोगों ने अपना जीवन बलिदान किया है। अमरिंदर ने इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा है महात्मा गांधी ने इस देश को अहिंसा के साथ स्वतंत्रता दिलाई है। अमरिंदर ने कहा कि वे कौन लोग है, जिन्होंने हिंसा की, वह केंद्र सरकार ने इसके पीछे के साजिश करने वाले को पकड़ने का अनुरोध किया है। साथ ही कहा है कि सरकार किसान नेताओं को अकारण परेशान न करें और पता लगाए कि लालकिले पर हंगामा करने वाले किस पार्टी के लोग थे।
आपको बता दें कि 26 जनवरी को किसानों द्वारा निकाली गई ट्रेक्टर परेड के दौरान जमकर हिंसा हुई थी, जिसमे लगभग 300 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। उपद्रवियों ने लाल किले पर से तिरंगे को हटाकर अपना ध्वज भी फहरा दिया था। जिसके बाद से किसान नेताओं की चारों तरफ निंदा हो रही है।
गणतंत्र दिवस की हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों से मिलने पहुंचे अमित शाह
अधिकतर किसान समझ नहीं पाए कृषि कानून, वरना पूरे देश में होता आंदोलन - राहुल गांधी