अमृतसर: अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के अवसर पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा करते हुए कहा है कि यदि ड्रग सप्लाई चेन को सफलतापूर्वक तोड़ दिया गया तो पंजाब ड्रग्स के खतरे को जल्द ही पूरी तरह मिटाने में सफल होगा. सीएम अमरिंदर ने दावा किया कि पंजाब सरकार, राज्य से नशीली दवाओं के दुरुपयोग को मिटाने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ है. उन्होंने कहा कि हमारी युवा-पीढ़ियों के लिए नशा मुक्त और लाभकारी भविष्य सुनिश्चित करने में राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
पंजाब के सीएम ने अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए अपने संदेश में कहा कि प्रदेश ने सफलतापूर्वक ड्रग्स सिंडिकेट की कमर तोड़ दी है. पंजाब में नशा मुक्त समाज और वातावरण बनाना राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है और आगे भी रहेगी. उल्लेखनीय है कि, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 दिसंबर 1987 को नशीले पदार्थों से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए 'अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस' का प्रस्ताव रखा था. तभी से हर साल 26 जून को 'अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस' मनाया जाता है.
'अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस' मनाने का मुख्य मकसद लोगों को इसके दुष्परिणाम बताना है जिससे कि वो जिंदगी में सही रास्ता चुन सकें. इस दिवस के जरिए लोगों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और गैरकानूनी व्यापार के प्रति जागरुक किया जाता है. पूरी दुनिया में इस दिन विभिन्न समुदायों और संगठन लोगों को नशीली दवाओं के प्रति क्षेत्रीय स्तर लोगों को जागरुक करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलाते हैं.
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