चंडीगढ़ : किसी जमाने में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को 'पप्पू' कहकर चुटकी लेने वाले नवजोतसिंह सिद्धू अब कांग्रेस की दहलीज पर खड़े होकर उसी राहुल की मौजूदगी में प्रवेश के इंतजार में है. सिद्धू ने कुछ समय पहले ही भाजपा को अलविदा कहा था. पहले उन्होंने भाजपा की राज्यसभा सीट छोड़ी, फिर उन्होंने भाजपा की सदस्यता भी छोड़ दी, कभी उनके अरविंद केजरीवाल के साथ जाने की खबरे चलीं, फिर उन्होंने 'आवाज-ए-पंजाब' की घोषणा की. अब वे जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.चर्चा है कि उन्हें उप मुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है. हालांकि पंजाब कांग्रेस के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसका खण्डन किया है.
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने और बाद में क्रिकेट कमेंटरी करते हुए सिद्धू 2004 में राजनीति में आए. 2004 के लोकसभा चुनावों में वे अमृतसर से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते भी. 2009 में भी उन्हें चुनाव जीतने में कामयाबी हासिल हुई. 2014 में अमृतसर से भाजपा ने अरुण जेटली को चुनाव लड़ाया. बताया जाता है कि उसी वक्त से भाजपा और सिद्धू के संबंध खराब होने शुरू हो गए .
जब सिद्धू बीजेपी में थे तो कांग्रेस के खिलाफ खूब चुटीली टिप्पणियां करते थे.लेकिन अब जब वह कांग्रेस में जा रहे हैं तो पंजाब भाजपा के प्रमुख विजय सांपला ने सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राहुल गांधी की ‘अदालत में झुक गए’ हैं.यही नही सांपला ने सिद्धू पर निशाना साधते हुए यहाँ तक कह दिया कि भारत को ‘सोने की चिड़िया’ बनाने में लगे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को छोड़कर वह ‘सोनिया की चिड़िया’ बन बैठे.भाजपा छोड़ने के बाद डॉ. नवजोत कौर पर भी भाजपा ने कई आरोप लगाए. जो भी हो पिछले दिनों सिद्धू द्वारा उठाए गए तमाम कदमों के चलते उनकी 13 साल की राजनीति दांव पर लगी हुई है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पंजाब विधानसभा का ऊंट किस करवट बैठता है.