चंडीगढ़: पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के मंत्री राणा गुरजीत सिंह के पूर्व रसोइया अमित बहादुर द्वारा 26 करोड़ का बालू (रेत) खनन का अधिकार हासिल करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है .
आपको जानकर हैरत होगी कि पंजाब में 19 अप्रैल को लगी इस खनन बोली की नीलामी में रेत खनन का ठेका लेने वाले अमित बहादुर को 22 मई तक सारी रकम जमा करानी थी, जबकि अमित बहादुर के भारतीय स्टेट बैंक के खाते में अप्रैल (2017) तक सिर्फ 4,840 रुपए ही जमा थे. बहादुर के हलफनामें को देखें तो उसके बैंक खाते में एक साल में मुश्किल से 18,000 से 22,000 रुपए तक की राशि रही है. जबकि उसने अपनी कमाई का स्रोत अपने वेतन को बताया है, जो मात्र 11,206 रुपए है. दिलचस्प बात यह है कि 11 हजार कमाने वाले अमित ने नवानशहर के शादीपुर खुर्द के इस टेंडर के तहत पहली किस्त के रूप में 13.23 करोड़ रुपए जमा भी करवा दिए हैं. जाहिर है अमित के नाम से रेत का यह ठेका किसी और ने लिया है.
गौरतलब है कि 89 खनन टेंडर में से पांच को हासिल करने वाले पंजाब के ऊर्जा मंत्री राणा गुरजीत सिंह से जुड़े लोग हैं. इस मामले के प्रकट होने पर मंत्री के रसोइये से सम्पर्क करना चाहा लेकिन नहीं हो सका.वह अपने मुरादाबाद स्थित पैतृक बिलारी गांव के घर में भी नहीं मिला. स्मरण रहे कि ऊर्जा मंत्री राणा गुरजीत सिंह पंजाब सरकार के सबसे अमीर विधायक माने जाते हैं. विधाानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने 169 करोड़ रुपए की संपत्ति की घोषणा की थी.
यह भी देखें
पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड-12 वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित
पंजाब जिला एवं सत्र न्यायाधीश कार्यालय होशियारपुर में होगी भर्ती