पुरी। जय जगन्नाथ के जयकारों के साथ जब लाखों श्रद्धालु रथ को खींचने के लिए उमड़े तो आस्था हिलोरे लेने लगी। हर ओर कृष्ण भक्ति की धूम नज़र आई। भगवान जगन्नाथ की एक झलक पान के ही साथ श्रद्धालु अपने जन्म को धन्य समझने लगे। जी हां, यह सब नज़र आया पुरी में निकाली गई भगवान जगन्नाथ की 140 वीं रथ यात्रा के दौरान। जगन्नाथ रथ यात्रा करीब 400 वर्ष पुराने मंदिर से प्रारंभ हुई। यूं तो देशभर में इस्काॅन और कुछ स्थानों पर खाती समाज द्वारा जगन्नाथ रथयात्रा का आयोजन हुआ था लेकिन भगवान जगन्नाथ की पुरी में आयोजित हुई रथयात्रा में बड़े पैमाने पर श्रद्धालुओं ने भागीदारी की।
रथयात्रा के दौरान बारिश भी हुई मगर जैसे ही बारिश थमी लोग उत्साहित हो उठे। देश व दुनिया के श्रद्धालुओं द्वारा भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र व देवी सुभद्रा के दर्शन किए गए। गुंडिचा मंदिर तक की जाने वाली यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का उल्लास देखते बन रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक,भाजपा अध्यक्ष अमित शाह,केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान और अन्य गणमान्य लोगों ने लोगों को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की बधाई दी।
रथयात्रा शुरू होने से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सुबह के समय मंदिर में मंगल आरती की। तीनों प्रतिमाओं के 9 जून से ही दर्शन नहीं हो पाए थे। मगर भगवान के महा स्नात के बाद जब यात्रा निकली तो श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दर्शन कर धन्य हो गए। यात्रा में 18 हाथीए 101 ट्रकए सात कारए 30 अखाड़ों के सदस्य और 18 भजन मंडली शामिल रहे।
कोककाता में इस्काॅन ने रथयात्रा निकाली। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तो नहीं पहुंच पाईं। दरअसल वे विदेश दौरे पर हैं ऐसे में उनकी अनुपस्थिति में प्रदेश के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी, कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी और तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुब्रत बख्शी ने जुलूस को हरी झंडी दिखाई। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के इस्कॉन मायापुर में भी पारंपरिक धूमधाम और निष्ठा के साथ रथयात्रा का आयोजन किया गया। रथ यात्राओं को लेकर बड़े पैमाने पर सुरक्षा प्रबंध किया गया।
निकली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा, अमित शाह भी रहे मौजूद