मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सराज के क्योली में बादल फटने के पश्चात् परिवार वालों को बचाने के लिए एक महिला पुष्पा आखिरी सांस तक लड़ी। घटना के समय पुष्पा के पति और सुसर घर पर नहीं थे। लिहाजा, पुष्पा ने बड़ी हिम्मत के साथ अपने बेटे-बेटी एवं सास को सुरक्षित बाहर निकाला। तत्पश्चात, वह दोबारा घर में चली गई। इसी बीच घर गिर गया एवं वह मलबे के साथ बाढ़ के पानी से उफन रहे क्योली नाले में बह गई। शनिवार देर शाम महिला का शव जब्त कर लिया गया है।
क्योली पंचायत के उपप्रधान खजान सिंह ने कहा कि यह मामला महेंद्र कुमार पुत्र परस राम के घर पर हुआ है। महेंद्र पुष्पा के ससुर हैं। घटना के वक़्त महेंद्र एवं उनका बेटा (पुष्पा के पति) गगन घर पर नहीं थे। महेंद्र की पत्नी व पोता-पोती एवं बहू पुष्पा घर पर उपस्थित थे। सास एवं बहू को मकान पर मलबा गिरने का आभास हो गया था। इसीलिए पुष्पा ने हिम्मत के साथ सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। स्वयं भी बाहर निकल आई थी। मगर वह घर में दोबारा वापस चली गई। क्यों गई, इसका पता नहीं लग सका है।
बता दे कि शुक्रवार की रात को जिला मंडी में वर्ष मौत बनकर बसी। गहरी नींद में सोए-सोए कई जिंदगियां मलबे में दफन हो गईं। मंडी-कटौला-पराशर मार्ग पर बागी नाला में आई बाढ़ ने तो पूरे घर को ही अपनी आगोश में ले लिया। इस परिवार को अनुमान था मगर दुर्घटना पलक झपकते ही हो गई। इस परिवार के 5 लोग अभी गुमशुदा हैं जबकि दो बच्चों के शव मिल गए हैं। नाचन, सराज एवं द्रंग में बादल फटने की घटनाओं से व्यक्तियों की जिंदगी भर की कमाई पानी में बह गई है।
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