मॉस्को: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन विरले ही अपने समकक्षों के अलावा अन्य देशों के नेताओं से मिलते हैं, लेकिन जब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल उनसे मिलने पहुंचे, तो पुतिन ने उन्हें गर्मजोशी से स्वागत किया। यह मुलाकात सेंट पीटर्सबर्ग के कोन्सटांटिनोवस्की पैलेस में हुई, जहां डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल ही के यूक्रेन दौरे के बारे में पुतिन को जानकारी दी।
इस मुलाकात के बाद क्रेमलिन के प्रवक्ता, दिमित्री पेसकोव से पत्रकारों ने पूछा कि क्या अजीत डोभाल ने पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का कोई संदेश दिया था। इस पर पेसकोव ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई संदेश नहीं दिया गया है। हालांकि, डोभाल ने पुतिन को यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के समाधान के बारे में भारत के दृष्टिकोण से अवगत कराया और कीव में प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकातों की मुख्य बातें साझा कीं। पेसकोव ने बताया कि पीएम मोदी के दृष्टिकोण के बारे में जानकारी दी गई, लेकिन किसी स्पष्ट शांति योजना पर चर्चा नहीं हुई।
मुलाकात के दौरान, डोभाल ने कहा कि पीएम मोदी चाहते थे कि वह व्यक्तिगत रूप से पुतिन को यूक्रेन दौरे और राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ हुई बातचीत के बारे में बताएं। उन्होंने बताया कि बातचीत बहुत ही गोपनीय वातावरण में हुई थी, जिसमें केवल दोनों नेता और उनके कुछ चुनिंदा लोग मौजूद थे। डोभाल ने कहा कि वह उस बातचीत का साक्षी थे और इसलिए पीएम मोदी की ओर से पुतिन को जानकारी देने के लिए उपस्थित थे।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के रूस दौरे की सफलता को याद किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच जो निर्णय लिए गए थे, उनपर तेजी से काम हो रहा है और रूस-भारत की विशेष रणनीतिक साझेदारी मजबूत हो रही है, जिसे लेकर उन्हें खुशी है। यह मुलाकात पीएम मोदी के यूक्रेन दौरे के लगभग तीन हफ्ते बाद हुई थी, जहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की थी।
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