नई दिल्ली- भारत की बैडमिंटन सनसनी पीवी सिंधु के खेल का स्तर दिन-रात ऊपर की सीढ़ी चढऩे का क्रम लगातार जारी है. कहा जाता है कि आप गलती करें, लेकिन यदि उससे सीख लें तो आप महान बन जाते हैं. पीवी सिंधु लगातार यही खासियत दिखा रही है. पहले उन्होंने रियो ओलंपिक के फाइनल में हराने वालीं कैरोलिना मारिन के खिलाफ ये दिखाया तो यहां कोरिया ओपन सुपरसीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल मैच में जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ भी यही दिखा दिया. सिंधु ने विश्व चैंपियनशिप की हार का बदला लेते हुए ओकुहारा को 22-20, 14-21, 21-18 से हराकर कोरियाई ओपन खिताब जीतने वाली पहली भारतीय बनने का इतिहास भी रच दिया.
कांटे की टक्कर रही दोनों के बीच में-
कोरिया ओपन में 21-11 से खत्म हुआ दूसरा गेम विश्व रैंकिंग में चौथी वरीयता वाली पीवी सिंधू और 9वीं विश्व वरीयता वाली नोजोमी ओकुहारा के बीच पिछले तीन मुकाबलों में खेले पांच गेम में सबसे कम स्कोर रहा था. इन तीन मुकाबलों के स्कोर 22-20, 19-21, 22-20, 20-22, 22-20 थे तो कोरिया ओपन फाइनल का पहला गेम 22-20 का रहा और आखिरी गेम भी 21-18 तक गया. सिंधु के ऊपर आखिरी गेम में थकान भी हावी हो गई थी. नतीजा ये रहा कि एक समय 11-4 से आगे चल रहीं सिंधु के करीब आने में सफल हो गईं ओकुहारा.
यहां से दोबारा सिंधु ने तेजी पकड़ी और 19-14 के स्कोर पर पहुंच गई. लेकिन यहां वे थकान के बारे में पस्त हो चुकी थीं. यहां तक कि दो बार वे कोर्ट पर ही पूरी तरह ढेर हो गई. लेकिन इस बार उन्होंने जीत की ठान रखी थी. ऐसे में थकान भी उनका रास्ता नहीं रोक पाईं और आखिरकार इस क्लासिक फाइनल को जीतकर उन्होंने इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा ही लिया.
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुइस मैथड से पहला मैच हराया
गेल बने टी-20 में 100 सिक्स लगाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज
एकमात्र भारतीय क्रिकेटर जो कभी शून्य पर आउट नहीं हुआ
LIVE: भारत का स्कोर पांच विकेट के नुकसान पर 100 के पार
न्यूज़ ट्रैक पर हम आपके लिए लाये है ताज़ा खेल समाचार आपके पसंदीदा खिलाडी के बारे में