खाड़ी देशों से एक और चौंकाने वाली खबर आई है कि खाड़ी के सबसे शक्तिशाली देश सऊदी अरब और उसके मित्र देशों ने अपने पुराने सहयोगी देश कतर से एक बार फिर किनारा कर लिया है.इससे क़तर फिर मुश्किल में पड़ गया है.
उल्लेखनीय है कि कुवैत सिटी में कल मंगलवार से गल्फ कार्पोरेशन काउंसिल (जीसीसी) समिट आयोजित की गई है, लेकिन कतर के अमीर की मौजूदगी के बावजूद सऊदी के सुल्तान सलमान सहित बड़े नेता इस आयोजन से दूर रहे. इस कारण 36 साल पुराने जीसीसी का भविष्य फिर अधर में लटक गया है.
बता दें कि इस आयोजन के लिए पहले कुवैत के अमीर शेख तामिम बिन हामिद अल थानी ने न्योता कबूल लिया था, लेकिन वार्ता से कुछ घंटे पहले सऊदी के सुल्तान ने अपनी जगह विदेश मंत्री को भेज दिया.यही रवैया खाड़ी के बाकी देशों ने भी अपनाया. इस समिट में कोई वरिष्ठ खाड़ी नेता नहीं पहुँच पाए.इसलिए इसके औचित्य पर सवाल खड़े हो गए. स्मरण रहे कि सऊदी और उसके समर्थक देशों ने कतर पर चरमपंथ का आरोप लगाकर खाड़ी के देशों ने उससे संपर्क खत्म कर दिया है. जबकि कतर इन आरोपों से इंकार करता रहा है.
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