वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को कहा, भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई) ने स्वच्छता रेटिंग ऑडिट एजेंसियों के अनुमोदन के लिए एक योजना लाई है ताकि उपभोक्ताओं को खाद्य दुकानों के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिल सके जहां वे स्वच्छता और सुरक्षा मानकों में सुधार के लिए व्यवसायों को प्रोत्साहित करके खाना पसंद करते हैं।
मान्यता प्राप्त एजेंसी भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा निर्धारित खाद्य स्वच्छता और सुरक्षा प्रक्रियाओं के अनुपालन का सत्यापन करेगी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'खाद्य स्वच्छता रेटिंग योजना' की एफएसएसएआई की पहल खाद्य व्यवसायों के लिए एक प्रमाणन प्रणाली है जो सीधे उपभोक्ताओं को भोजन की आपूर्ति करती है। खाद्य प्रतिष्ठानों को लेखा परीक्षा के समय देखी गई स्वच्छता और सुरक्षा शर्तों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है।
इसमें कहा गया है कि रेटिंग स्माइली के रूप में होगी, 1 तक 5, और प्रमाण पत्र उपभोक्ता-सामना क्षेत्र में प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाना चाहिए। इस योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं को खाद्य दुकानों के बारे में सूचित निर्णय लेने की अनुमति देना है जहां वे खाद्य व्यवसायों को अपनी स्वच्छता और सुरक्षा मानकों में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करके खाते हैं। क्यूसीआई के अध्यक्ष आदिल जैनुलभाई ने कहा कि स्वच्छता रेटिंग और इसकी मान्यता योजना से भारतीय उपभोक्ताओं और खाद्य सेवा ऑपरेटरों के बुनियादी स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता में विश्वास में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
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