नई दिल्ली : आईपीएल मैचों के प्रसारण के अधिकार को असंगत तरीके से बेचने के आरोपों और ब्रिटेन के ट्रेवल वीज़ा प्रकरण के मामले से सुर्खियों में आए आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी एक बार फिर मुश्किलों में पड़ते नज़र आ रहे हैं। इस मसले पर इंटरपोल ने ईडी से सवाल किए कि आखिर ललित मोदी को रेड काॅर्नर नोटिस क्यों नहीं दिया जाना चाहिए। इस मसले पर कहा गया कि अन्य दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई होना चाहिए। यही नहीं ये सवाल भी दाग दिए गए कि आखिर आरोपियों के विरूद्ध जांच मे इतना विलंब क्यों हुआ।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने ललित मोदी के विरूद्ध रेड काॅर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल को दस्तावेज भेजे थे या नहीं। आईपीएल में आर्थिक अनियमितताओं को लेकर मुंबई के न्यायालय द्वारा ललित मोदी के विरूद्ध गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया। इस मामले में केंद्र सरकार की भी जमकर किरकिरी की गई। यही नहीं ललित मोदी के विरूद्ध ब्लू काॅर्नर नोटिस जारी कर दिया गया थ। मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर ललित मोदी की मदद करने का आरोप लगा था और उनसे इस्तीफे की मांग भी की गई थी। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया पर भी इस मसले पर सवाल उठे थे।