कोपेनहेगन: यूरोपीय देश डेनमार्क में एक बार फिर मुस्लिमों की पवित्र किताब कुरान को जलाने का मामला सामने आया है। इससे पहले इसी साल जनवरी में भी यहाँ कुरान जलाने की घटना हुई थी। कुरान जलाने वाले लोगों ने तुर्की का राष्ट्रीय झंडा भी जलाया। वहीं, डेनमार्क में हुई इस घटना के बाद, तुर्की, सऊदी अरब, पाकिस्तान, जॉर्डन समेत कई इस्लामिक देशों ने इसकी निंदा की है।
#Statement | The Ministry of Foreign Affairs of the Kingdom of Saudi Arabia condemns and denounces in the strongest terms the burning of the Holy Quran by an extremist group in Denmark in front of the Turkish embassy in #Copenhagen. pic.twitter.com/7DR6DCIpEq
— Foreign Ministry ???????? (@KSAmofaEN) March 26, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘पैट्रियटर्न गेर’ नामक संगठन ने शुक्रवार (24 मार्च) को डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में तुर्की दूतावास के समक्ष कुरान जलाने की इस घटना को अंजाम दिया। इतना ही नहीं इन लोगों ने तुर्की का झंडा भी जलाया है। संगठन ने इस पूरे घटनाक्रम को अपने फेसबुक पेज पर लाइव भी दिखाया। कुरान जलाने की घटना सामने आने के बाद से इस्लामिक देश आगबबूला हैं। इसको लेकर तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, 'अभिव्यक्ति की आज़ादी की आड़ में इस प्रकार की घटना को स्वीकार नहीं किया जाएगा। रमजान के पाक इस्लामी माह में किए गए इस कृत्य से एक बार फिर स्पष्ट रूप से पता चला है कि यूरोप में इस्लामोफोबिया, भेदभाव और जेनोफोबिया चरम स्तर पर पहुँच चुका है। पहले की घटनाओं से इन लोगों ने कोई सीख नहीं ली।
वहीं, सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि , 'कोपेनहेगन में तुर्की के दूतावास के आगे एक संगठन द्वारा पवित्र कुरान को जलाने की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। सऊदी अरब वार्ता, सहिष्णुता और सम्मान के मूल्यों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देता है। नफरत और उग्रवाद को हम अस्वीकार करते हैं।' वहीं, जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने कहा है की, 'यह घटना किसी भी प्रकार से स्वीकार नहीं की जाएगी। रमजान के पवित्र महीने में यह नस्लवादी और मुस्लिमों को भड़काने वाला कृत्य है। इस घटना ने न सिर्फ हिंसा को उकसाया है बल्कि महजब का भी तिरस्कार किया है।'
फिलीपींस: घर में घुसकर सिख दंपत्ति की हत्या, पंजाब के जालंधर में रहता है परिवार