इस वर्ष आई बॉलीवुड की कई मूवी को सोशल मीडिया पर बायकॉट ट्रेंड का शिकार होना पड़ा और बॉक्स ऑफिस पर इसका प्रभाव भी देखने को मिला। वहीं, अब मूवीज की सफलता पर 'चुप रिवेंज ऑफ द आर्टिस्ट', ‘चीनी कम’, ‘की एंड का’ और ‘पैड मैन’ जैसी मूवी के लिए पहचाने जाने वाले आर बाल्की ने 53वें इंडियन इंटरनेशनल फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में 'नेगोशिएटिंग एस्थेटिक्स एंड इकोनॉमिक्स' विषय पर एक मास्टर क्लास ली। इस दौरान आर बाल्की ने फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर सफल और असफल होने को लेकर भी बात कर चुके है।
53वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) गोवा में निर्देशक आर बाल्की ने कहा कि बहुत सारी मूवीज जो बॉक्स ऑफिस पर नाकामयाब होती हैं या अच्छा नहीं करती हैं, जिसकी वजह यह है कि लोग उन फिल्मों के बारे में नहीं जानते हैं। रचनात्मक दुनिया में हम एक बुलबुले में रहते हैं। बहुत सारे लोगों को नहीं पता था कि चुप जैसी मूवी होती भी है, और मुझे लगा कि जिसमे मुफ्त शो हैं और यह बहुत अच्छा है। मेरे बहुत सारे दोस्त जिनसे मैं वर्षों के उपरांत मिल पाया है, उन्होंने मुझसे पूछा, 'तो, तुम आगे क्या कर रहे हो?', और मैंने बोला है कि मैंने अभी चुप बनाई है, इसपर उन्होंने पूछा, 'यह क्या है?' मैं चौंक गया कि यह लोगों तक नहीं पहुंची। तुम चाहो या न चाहो अलग बात है, लेकिन अगर तुम्हें पता भी नहीं चलता तो दिक्कत है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि वह माउथ पब्लिसिटी से नफरत भी कर रहे है। उन्होंने इस बारें में बोला है कि, 'मुझे आश्चर्य है कि यह कैसे होता है? लोग मूवी देखते हैं और जाते हैं और सबसे कहते हैं कि इसे देखें? नहीं, इसे इस तरह से तैयार किया जाना चाहिए जब चारों ओर पहले से ही उत्साह हो और मूवी देखने के लिए उन्हें बस थोड़ा सा कहने की आवश्यता हो। मुझे लगता है कि साइंस की कमी की वजह से बहुत सारी क्रिएटिविटी प्रभावित होती है। मुझे लगता है कि माउथ पब्लिसिटी के पीछे एक सही प्रक्रिया होना जरुरी है।
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