इंदौर/ब्यूरो: एमजीएम मेडिकल कॉलेज में छह दिन पहले सामने आए रैगिंग के मामले में पुलिस ने एक दर्जन जूनियर छात्रों के बयान लिए हैं। इनमें से एक छात्र ने तीन सीनियर छात्रों के नाम बताए हैं। पुलिस ने बयान के आधार पर जांच शुरू की है। कॉलेज प्रबधंन ने पुलिस से तीनों सीनियर्स के नाम मांगे हैं, ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके। कॉलेज प्रंबधन की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज जांच शुरू की है। जांच कर रही पुलिस का दावा है कि पुलिस को एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रंबधन से मदद नहीं मिल रही। इसके चलते संयोगिगता गंज पुलिस ने कॉलेज प्रबधंन को एक पत्र लिखकर स्टूडेंट के नंबर और इमेल की जानकारी मांगी है। ताकि कारवाई आगे बढ़ सके।
संयोगितागंज पुलिस के मुताबिक पूछताछ के दौरान कई छात्रों ने रैगिंग होने की बात से इंकार कर दिया। इनमें से एक छात्र ने तीन सीनियर्स के नाम लेकर रैगिंग की बात कही है। यह बात पुलिस ने कॉलेज प्रबंधन को भी बताई। पुलिस ने कहा कि इन छात्रों को आरोपी बनाया जाएगा। इधर, एमजीएम मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने पुलिस से कार्रवाई के लिये तीनों छात्रों की जानकारी मांगी है।
टीआई तहजीब काजी के मुताबिक एमजीएम मेडिकल कॉलेज को पत्र लिखकर दिल्ली की एंटी रैगिंग कमेटी से आए ई मेल और नंबर की जानकारी मांगी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उनके पास जो वॉइस रिकॉर्डिंग आई है, उसमें शोर के अलावा कुछ नहीं सुनाई दे रहा है। ऐसे मामले में दिल्ली में ही अधिकारियों से सीधे संपर्क कर मामले में कार्रवाई की जा सकती है।
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