ज्योतिष शास्त्र में राहु ग्रह को सभी नौ ग्रहों में खास माना गया है। आप सभी को बता दें कि ज्योतिष में राहु को भ्रम में डालने वाला ग्रह माना गया है। जी हाँ और कहा जाता है राहु के प्रभाव से जातकों के मन मस्ष्तिक में काफी उथल-पुथल रहती है। जी दरअसल इसके प्रभाव से जातक खोए-खोए हुए होते हैं। इसी के साथ राहु के प्रभाव से व्यक्ति को बुरी आदतें लगने की संभावना होती जैसे जातक जुआ, नशा, बुरी लत और गैर कानूनी कामों में लगे हुए होते हैं। वैसे यह सब तब होता है जब यह पता हो राहु जातक की कुंडली में किस भाव में स्थित है।
कहते हैं अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु शुभ भाव में स्थित है तो सकारात्मक फल देता है और अशुभ भाव में स्थित है तो नकारात्मक फल प्रदान करता है। आप सभी को बता दें कि राहु 12 अप्रैल 2022 को सुबह वृषभ राशि से मेष राशि में गोचर करेगा। आपको बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु हमेशा वक्री चाल से चलते हैं और वक्री चाल का मतलब होता है उल्टी चाल से चलना। ऐसे में राहु के राशि परिवर्तन करने से सभी राशियों के जातकों पर प्रभाव पड़ता है। आपको बता दें कि राहु के राशि परिवर्तन से मेष राशि वालों के पेशेवर और पारिवारिक जीवन में काफी बदलाव देखने को मिलेगा। जी दरअसल नौकरी करने वाले जातकों के जीवन में काफी उथल-पुथल रहने वाला होगा।
ध्यान रहे इस दौरान किसी भी प्रकार का धन निवेश करने से बचें। नौकरी करते समय वाणी को ज्यादा कठोर और कटु न करें। राहु का यह गोचर आपके आर्थिक स्थितियों में बदलाव लाएगा, हालाँकि राहु का गोचर आपको थोड़ा भ्रमित और विचलित कर सकता है, जिसके कारण आपको कोई भी निर्णय लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा स्वास्थ्य में भी गिरावट देखने को मिल सकती है।
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