मुंबईः सीओए ने राहुल द्रविड़ की नियुक्ति में ‘हितों के टकराव’ वाले मसले से पल्ला झाड़ लिया है। प्रशासकों की समिति ने कहा कि उसने द्रविड़ की नियुक्ति को मंजूरी दे दी थी। लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोडगे ने कहा कि गेंद अब बीसीसीआई के लोकपाल सह आचरण अधिकारी डी के जैन के हिस्से में है। हमें हितों का टकराव नहीं दिखा लेकिन अगर लोकपाल को लगता है तो हम उन्हें अपना पक्ष स्पष्ट करेंगे। उन्होंने कहा कि उसके बाद वह इस पर गौर करेंगे। यह एक प्रक्रिया है जो जारी रहेगी।
भारतीय क्रिकेट के सबसे सम्मानित व्यक्तियों में से एक द्रविड़ पर एनसीए में नियुक्ति के बाद हितों के टकराव का आरोप लगा था, वह इंडिया सीमेंट्स के कर्मचारी है जो चेन्नई सुपर किंग्स टीम की मालिक है। द्रविड़ ने अपना जवाब जैन को भेज दिया है मगर अभी यह पता नहीं चला है कि उन्होंने पद से इस्तीफा दिया है या नहीं। सीओए ने उनकी नियुक्ति के वक्त साफ किया था कि द्रविड़ को इंडिया सीमेंट्स के उपाध्यक्ष का पद छोड़ना होगा अथवा कार्यकाल पूरा होने तक छुट्टी पर रहना होगा।
द्रविड़ ने इंडिया सीमेंट्स से अवैतनिक छुट्टी मांगी थी जिसके बाद एमपीसीए के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने द्रविड़ के विरूद्ध शिकायत की थी। गौरतलब है कि इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था। पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली और हरभजन सिंह ने बोर्ड के फैसले की आलोचना की थी। उन्होंने द्रविड़ को मिले नोटिस को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया था।
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