प्रधानमंत्री मोदी पर अपने तीखे शब्द बाणों से चर्चा में बने रहने वाले राहुल गांधी, पूर्व में भी कुछ बयानों के कारण विवादों से घिरे थे. आइए जानते हैं राहुल गांधी के वो बयान जो विवादित भी हुए और लंबे समय तक चर्चा में रहे.
16 अप्रैल, 2007 को एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा, "एक बार मेरा परिवार कुछ करने का फ़ैसला कर ले तो उससे पीछे नहीं हटता. चाहे यह भारत की आज़ादी हो, पाकिस्तान का बंटवारा या फिर भारत को 21वीं सदी में ले जाने की बात हो." वहीं उन्होंने अक्टूबर 2012 में कहा था - “पंजाब में 10 में से 7 युवा नशेड़ी”. पंजाबी युवाओं के अलावा यूपी के युवाओं पर उन्होंने कहा था “यूपी के युवा कब तक आप जाएंगे और पंजाब और दिल्ली में मजदूरी करते रहेंगे. कब तक आप महाराष्ट्र में भीख मांगते रहेंगे.” उनकी इस टिप्पणी से ख़ासा विवाद हुआ था.
यही नहीं दलितों को लेकर उन्होंने कहा कि “दलितों को ऊपर उठने के लिए धरती से कई गुना ज्यादा बृहस्पति ग्रह की 'इस्केप वेलोसिटी' जैसी ताकत की जरूरत है.” इसके अलावा 2013 में राहुल ने कहा, "गरीबी सिर्फ एक मानसिक स्थिति यानी दिमागी हालत है और इसका खाना खाने, रुपये और भौतिक चीजों से कोई वास्ता नहीं है." इस बात पर भी लोगों ने उनकी आलोचना की थी. यही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बार अपनी ही पार्टी को लेकर कहा था “कांग्रेस एक मजाकिया पार्टी है यह सबसे बड़ा संगठन है, लेकिन यहाँ एक भी नियम नहीं है. हम हर मिनिट नया नियम बनाते और ख़त्म करते हैं. ”
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