नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनज़र लागु किया गया देशव्यापी लॉकडाउन, अब धीरे-धीरे खुल रहा है. हालांकि, अब भी स्कूल कॉलेज और यूनिवर्सिटी तक कहीं भी क्लासेज नहीं चल रहीं हैं. वहीं, यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को लेकर UGC ने शेड्यूल जारी कर दिया है. UGC के शेड्यूल के मुताबिक, सितंबर में परीक्षाएं आयोजित करने की बात कही गई है.
यूजीसी के इस आदेश पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि यूजीसी छात्रों को भ्रमित कर रही है. राहुल गाँधी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान परीक्षा आयोजित करना सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि UGC को छात्रों और शिक्षाविदों की आवाज सुननी चाहिए. परीक्षा निरस्त की जानी चाहिए और स्टूडेंट्स को पिछले प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट किया जाए. राहुल गाँधी ने आगे कहा कि कोरोना ने काफी सारे लोगों को नुकसान पहुंचाया. हमारे जो विद्यार्थी हैं, स्कूल में, कॉलेज में और यूनिवर्सिटी में, सभी को परेशानी उठानी पड़ी. हमारे आईआईटीज ने परीक्षा रद्द करके बच्चों को प्रमोट किया. यूजीसी स्टूडेंट्स को भ्रमित कर रहा है. यूजीसी को परीक्षाएं रद्द करके पास्ट परफार्मेंसेज के आधार पर छात्रों को प्रमोट कर देना चाहिए.
आपको बता दें कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने यूनिवर्सिटीज की फाइनल ईयर/सेमेस्टर की एक्साम्स और शैक्षणिक कैलेंडर को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए थे. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट के माध्यम से एकेडमिक गाइडलाइन जारी की थी.
It is extremely unfair to conduct exams during the Covid19 pandemic.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 10, 2020
UGC must hear the voice of the students and academics. Exams should be cancelled and students promoted on basis of past performance.#SpeakUpForStudents pic.twitter.com/1TYY3q58i0
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