नई दिल्ली: आदिवासी कार्यकर्ता और जल जंगल जमीन बचाओ आंदोलन के पॉपुलर एक्टिविस्ट फादर स्टेन स्वामी (Stan Swamy) का आज दुखद निधन हो गया है. फादर स्टेन स्वामी एल्गार परिषद् मामले में भी आरोपी थे. बता दें कि बीते कुछ दिनों से 84 वर्षीय एक्टिविसिट की तबीयत बिगड़ने की खबरे आ रही थी. तबीयत खराब होने के कारण उन्हें होली फैमिली अस्पताल में एडमिट कराया गया था. किन्तु सोमवार दोपहर को बॉम्बे हाईकोर्ट को जानकारी दी गई है कि उनका देहांत हो गया है.
Heartfelt condolences on the passing of Father Stan Swamy.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 5, 2021
He deserved justice and humaneness.
फादर के देहांत पर शोक प्रकट करते हुए राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा कि, 'फादर स्टेन स्वामी के देहांत पर हार्दिक संवेदना. वह इन्साफ और मानवता के पात्र थे.' दरअसल एक्टिविस्ट फादर स्टेन स्वामी बहुत लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने बॉम्बे उच्च न्यायालय में जमानत के लिए अर्ज़ी भी लगाई गई थी. लेकिन एनआईए के विरोध के बाद उन्हें जमानत नहीं मिल सकी थी.
बता दें कि स्टेन स्वामी को भीमा कोरगॉंव हिंसा मामले में NIA ने राँची से गत वर्ष हिरासत में लिया था. 1 जनवरी 2018 को दलित समुदाय के लोगों का एक कार्यक्रम हुआ था. एल्गार परिषद ने यह सम्मेलन आयोजित किया था और इस दौरान हिंसा भड़क गई थी. हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई थी और कई लोग जख्मी भी हुए थे. वहीं उसी कार्यक्रम में स्टेन स्वामी भी मौजूद थे. स्वामी पर कार्यक्रम में दिए गए भाषणों को आधार बनाते हुए मामला दर्ज किया गया था. NIA द्वारा स्टेन स्वामी पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया था.
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