नई दिल्ली: आज राहुल गांधी अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। ऐसे में उनके जीवन से जुड़े तमाम तरह के किस्से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, ऐसी है एक घटना 34 साल पुरानी भी है। जब 1989 में तत्कालीन पीएम राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी को प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल रहा था, क्योंकि 12वीं कक्षा में वे उतने अच्छे अंक नहीं ला पाए थे। दरअसल, कॉलेज में दाखिले के लिए कम से कम 70 से 80 फीसदी अंक चाहिए थे, मगर, राहुल 12 वीं में 61 फीसदी अंकों के साथ पास हुए थे।
राहुल और उनके माता-पिता इसी दाखिले की एडमिशन में लगे हुए थे कि अचानक एक चमत्कार हुआ और खेल कोटा से कॉलेज ने राहुल गांधी को दाखिला दे दिया। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (NRAI) ने राहुल गांधी के लिए बाकायदा एक प्रशंसा पत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने बताया कि राहुल ने राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता में चौथा स्थान प्राप्त किया है। यह खबर उस समय अखबारों की सुर्खियां बनीं थी। वहीं, भाजपा और कुछ अन्य लोगों ने राहुल गांधी के दस्तावेजों को फर्जी बताया था। बहरहाल, NRAI का सर्टिफिकेट मिलने से राहुल की राह आसान हो गई और 1989 में उन्हें खेल कोटे से सेंट स्टीफंस कॉलेज में दाखिला मिल गया।
In 1989,National Rifle Association Of India Certified Rahul Gandhi is Position Holder in 25 Mtr.Centre Fire Pistol @ National Shooting Champ pic.twitter.com/BvwbDnudQx
— ???????????????????????????? ???????????? | सौरभ राय ???????? (@SaurabhRaii_) October 26, 2017
दरअसल, होनहार खिलाड़ियों को खेल कोटा से 10 फीसद का लाभ मिलता है। इस प्रकर राहुल ने BA (ऑनर्स) इतिहास की कक्षा में जगह बना ली थी। उस समय बताया गया कि, राहुल दिल्ली शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल विनर थे और जुलाई 1989 तक 8 राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके थे। दिल्ली के कई बड़े अखबारों में राहुल के एडमिशन की खबर सुर्खियां बनीं। वहीं, भाजपा के तत्कालीन दिल्ली अध्यक्ष मदन लाल खुराना ने उस समय आरोप लगाया कि राइफल शूटिंग में राहुल के डॉक्यूमेंट "नकली" हैं। तो उधर, तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के मित्र और जाने माने पत्रकार सुमन दुबे ने सेंट स्टीफंस कॉलेज में राहुल की तारीफ करते हुए कहा था कि, '19 साल से कम उम्र के कितने लड़कों ने राष्ट्रीय स्तर पर 8 मेडल जीते हैं?' बताया जाता है कि, राहुल गांधी ने तुगलगाबाद रेंज में आयोजित दिल्ली शूटिंग चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक जीत थे।
NRAI ने बाकायदा एक कुशल राइफल शूटर के तौर पर राहुल की साख को एक पत्र के जरिए साझा किया था। प्रशंसापत्र के अनुसार, राहुल ने 26 दिसंबर 1988 से 5 जनवरी, 1989 तक नई दिल्ली में आयोजित 32वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता में चौथा स्थान हासिल किया था। राहुल सेंटर फायर पिस्टल 25 एम (भारतीय नियम) पुरुषों की नागरिक स्पर्धा में चौथे पायदान पर रहे थे। 400 में से 371 अंकों के साथ उनका प्रदर्शन अद्भुत था, इस प्रतियोगिता में देश भर के 48 प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था। हालाँकि, हैरान करने वाली बात ये भी है कि, 1989 में महज 19 साल की उम्र में निशानेबाज़ी में राष्ट्रीय स्तर पर 8 पदक जीतने वाले राहुल गांधी आगे कभी राष्ट्रीय स्तर पर निशानेबाज़ी करते नज़र नहीं आए, यहाँ तक कि उनके भाषणों में भी शायद ही इसका जिक्र कहीं सुनने को मिला हो।
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