नई दिल्ली: 20 जुलाई को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर भाषण देने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को गले लगाने के मामला, अभी तक चर्चा का विषय बना हुआ है, एक तरफ जहाँ कांग्रेस इसे प्यार से जीतने का फार्मूला बता रही है, वहीँ भाजपा नेता राहुल गाँधी की इस हरकत को बचकानी और शिष्टाचार के खिलाफ बता रहे हैं. इस क्रम में अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो गए हैं.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण देश को गुमराह कर रही हैं : एके एंटनी
दरअसल, योगी आदित्यनाथ एक निजी न्यूज़ चैनल के सवालों का जवाब दे रहे थे, जब उनसे गले मिलने वाली घटना के बारे में पूछा गया तो, योगी ने कहा कि राहुल गाँधी की हरकतें बचकाना है और उनमे बुद्धि विवेक की कमी है. जब योगी से पूछा गया कि राहुल गाँधी अगर उनसे गले मिलने आएँगे तो, इस पर योगी ने कहा कि "राहुल मुझसे गले मिलने से पहले 10 बार सोचेंगे क्योंकि मैं जनता हूँ कि गले लग्न उनका एक राजनितिक स्टंट है."
अलवर मॉब लिंचिंग के लिए मोदी जिम्मेदार : राहुल गांधी
राहुल गाँधी के पीएम पद की दावेदारी पर योगी आदित्यनाथ ने सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस जिन पार्टियों के साथ गठबंधन कर रही है, पहले उनसे तो पूछिए कि क्या वे राहुल गाँधी को अपना उम्मीदवार स्वीकार करेंगे. अखिलेश यादव, मायावती, आदि दूसरी पार्टियों को नेता क्या राहुल गाँधी को अपना नेता स्वीकार करते हैं, जब वे ही राहुल गाँधी पर भरोसा नहीं करते तो और कौन करेगा. मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस तरह कि घटनाओं को राजनितिक फायदे के लिए उछाला जा रहा है, जबकि इनपर रोक लगाना चाहिए.
खबरें और भी:-
अलवर मॉब लिंचिंग मामला : भाजपा ने राहुल गांधी को बताया 'नफरत का सौदागर'
महिला के इस सुझाव पर PM नरेंद्र मोदी ने कहा 'प्वाइंट टेकेन'